खुदरा व्यापारियों के लिए आगे आए बड़े कारोबारी - की 7 लाख की आर्थिक मदद

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खुदरा व्यापारियों के लिए आगे आए बड़े कारोबारी - की 7 लाख की आर्थिक मदद

डिजिटल डेस्क सतना।... एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना...साथी , हाथ बढ़ाना... एक जमाने की मशहूर हिंदी फीचर फिल्म नया दौर के ये बोल,असल में संकट की इस विकट घड़ी में यहां सचमुच सार्थक हो रहे हैं। यहां के बड़े कारोबारियों ने खुदरा व्यापारियों की आर्थिक मदद का बीड़ा लेकर नजीर पेश की है। कलाकार, व्यंग्यकार और व्यापारी पृथ्वी आयलानी की हाल ही में सोशल मीडिया पर एक भावपूर्ण मार्मिक अपील के बाद औद्योगिक एवं व्यावसायिक शहर सतना के 6 सक्षम व्यापारियों ने अपने-अपने खुदरा व्यापारियों की दुकानों के तकरीबन 7 लाख  रुपए के किराए माफ कर दिए हैं। इन व्यापारियों ने लॉकडाउन की अवधि का जहां किराया छोड़ दिया है,वहीं उन्होंने शहर के अन्य सक्षम व्यवसासियों से भी ऐसा ही करने का विनम्र आग्रह भी किया है। दुकान का भाड़ा छोडऩे वाले बड़े व्यवसासियों ने उम्मीद जताई है कि छोटे व्यापारी बाजारबंदी के बाद भी अब अपने गरीब कर्मचारियों के वेतन नहीं रोकेंगे। परस्पर सहभागिता और सहकारिता का ये सद्भाव वस्तुत: सतना में ही संभव है।  
ऐसे हुई शुरुआत : रंग लाई पृथ्वी की पहल :--
सोशल मीडिया का सार्थक उपयोग करते हुए हाल ही यहां के नामवर व्यंग्यकार और कलाकार पृथ्वी आयलानी ने अपनी भावपूर्ण प्रस्तुति में व्यावसायिक मंडी सतना की बुनियाद पर बिछे फुटकर व्यापारियों के भविष्य से जुड़ा एक बड़ा सवाल उठाया था कि लॉकडाउन के बाद आखिर इन खुदरा व्यापारियों का क्या होगा? प्रश्न यह भी था कि बंद बाजार में दुकान का किराया,कर्मचारियों का वेतन, टैक्स और उनकी ईएमआई का क्या होगा? क्या,होगा उन बेरोजगारों का जिन्हें यही छोटे व्यापारी बगैर जाति-वर्ग और वर्ण और धर्म भेद के रोजगार देते हैं? अर्से से मंदी और ऑनलाइन मार्केट की मार झेल रहे इन खुदरा व्यापारियों के इस दर्द पर पृथ्वी की मार्मिक अपील अंतत: रंग लाई।
 ये हैं वो जिनका दिल भी है बड़ा 
 * किसी को बड़ी राहत दे सकता है, हमारा छोटा सा प्रयास :------
विंध्य चेंबर ऑफ कामर्स के पूर्व अध्यक्ष मोतीलाल गोयल ने एक विनम्र अपील में शहर के सक्षम दुकान मालिकों से आग्रह किया है कि वे अपने छोटे व्यापारियों की ुदुकानों का किराया माफ करके मिसाल पेश करें। उन्होंने कहा है कि हमारा छोटा सा प्रयास किसी को बड़ी राहत दे सकता है। श्री गोयल का मानना है कि संकट की इस घड़ी में हम परस्पर सहयोग से ही फुटकर कारोबारियों का व्यापार संभालने में सहभागी बन सकते हैं। उल्लेखनीय है, चेंबर के पूर्व अध्यक्ष मोतीलाल गोयल ने अपने कई किराएदारों की दुकानों का लाखों का किराया छोड़ दिया है।
 

Created On :   16 April 2020 6:58 PM IST

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