केंद्रीय मंत्री व भाजपा उम्मीदवार नितीन गडकरी का मतदान भी महल क्षेत्र में ही हुआ। सुबह 9.30 बजे वे परिवार के साथ मनपा कार्यालय के मतदान केंद्र पर मतदान के लिए पहुंचे। उनके साथ पत्नी कंचन गडकरी, पुत्र निखिल गडकरी, पुत्र सारंग गडकरी, बहू ऋतुजा गडकरी, बहू मधुरा गडकरी ने भी मतदान किया।
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दैनिक भास्कर हिंदी: उपराजधानी में दिग्गजों ने किया मतदान, EVM में कैद जनता का फैसला, जानिए कहां कितनी वोटिंग
डिजिटल डेस्क, नागपुर। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में वोटिंग समाप्त हो गई। पहले चरण में गुरुवार को राज्य की सात सीटों के लिए हुए मतदान में मतदाताओं का जोश-खरोश लगभग पिछले लोकसभा चुनाव जैसा ही रहा। 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में गुरुवार को हुए मतदान में कहीं मामूली वृद्धि हुई तो कुछ सीटों में मतदान प्रतिशत में कमी आई। दोपहर कड़ी धूप का असर मतदान पर अवश्य रहा। लेकिन शाम को फिर से सभी केंद्रों पर रौनक सी लौट आयी। मतदान के महत्व को समझने का संदेश देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ.मोहन भागवत व सरकार्यवाह भैयाजी जोशी सुबह 7 बजे ही मतदान केंद्र पर पहुंच गए। महल क्षेत्र में संघ मुख्यालय के पास भाऊजी दफ्तरी शाला में दोनों ने मतदान किया। मतदान शुरु होने के 10 मिनट पहले ही दोनों मतदान केंद्र पर पहुंच गए थे। संघ की ओर से शत प्रतिशत मतदान का आव्हान किया गया।


मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सुबह 10.45 बजे मनपा स्कूल धरमपेठ के मतदान केंद्र में मतदान किया। मुख्यमंत्री की मां सरिता फडणवीस व पत्नी अमृता फडणवीस ने भी मतदान किया।

कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले ने श्रद्धानंद अनाथालय के मतदान केंद्र में पत्नी व दो बेटियों के साथ मतदान किया। तमिलनाडू के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने रामदासपेठ के मतदान केंद्र पर मतदान किया।

राज्यसभा सदस्य डॉ.विकास महात्मे ने विवेकानंदनगर में मतदान केंद्र में परिवार सहित मतदान किया। डॉ.महात्मे साइकिल पर मतदान के लिए पहुंचे थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास मुत्तेमवार ने सरस्वती विद्यालय शंकरनगर में परिवार सहित मतदान किया।

महापौर नंदा जिचकार ने तात्याटोपेनगर के मतदान केंद्र में मतदान किया। मतदान करनेवालों में 99 वर्ष के संघ स्वयंसेवक के अलावा दुनिया की सबसे छोटे कद की महिला ज्योति आमगे भी शामिल रही।

नागपुर में 58 से ज्यादा व रामटेक में 60 फीसदी मतदान
नागपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 58 फीसदी से ज्यादा व रामटेक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 60 फीसदी मतदान होने का अनुमान है। जिला प्रशासन ने शाम 5 बजे तक नागपुर लोकसभा क्षेत्र में 53.13 व रामटेक क्षेत्र में 55.61 फीसदी मतदान होने का दावा किया। नागपुर व रामटेक क्षेत्र में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ। जिला प्रशासन के अनुसार शाम 5 बजे तक दक्षिण-पश्चिम में 52.53 फीसदी, दक्षिण में 52.58 फीसदी, पूर्व नागपुर में 54.58, मध्य नागपुर में 53.10 फीसदी, पश्चिम नागपुर में 52.81 व उत्तर नागपुर में 53.18 फीसदी मतदान हुआ था। नागपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में शाम 5 बजे तक 53.13 फीसदी मतदान हुआ। प्रशासन की माने तो देर रात तक वोटिंग के पूरे आंकडे आ सकते है। नागपुर में 58 से 60 व रामटेक में 60 फीसदी से ज्यादा वोटिंग होने का अनुमान है।

चुनाव का सबसे ज्यादा माहौल मध्य व उत्तर नागपुर में दिखाई दिया। हलबा समाज की नाराजी को दूर करने के लिए भाजपा ने जी जान लगा दी। इसके बावजूद कांग्रेस 45 फीसदी तक हलबा वोट अपनी ओर खींचने में कामयाब रही। 2014 में कांग्रेस को हलबाओं ने नकार दिया था। भाजपा उम्मीदवार नितीन गडकरी ने खुद हलबा बहुल इलाकों में घुमकर हलबा समाज की नाराजी को कम करने की कोशिश की थी। वीवीपैट में गड़बड़ी व खराबी की शिकायतें मिलती रही। मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम नागपुर में पार्वतीनगर के जीवन शिक्षण विद्यालय में सुबह दो मशीने काम नहीं कर रही थी। वोटर कई देर तक लाइन में खड़े रहे। इसके बाद यहां मशीनें शुरू हुई। पूर्व नागपुर में भी 3 जगह मशीनों में तकनीकी गड़बड़ी आने से कुछ समय के लिए वोटिंग बंद रही। दक्षिण पश्चिम में 12 जगह वीवीपैट व मशीनों में तकनीकी खराबी आने की खबर है। गौतम प्रायमरी स्कूल के बुथ पर थोड़ा विवाद होने पर पुलिस ने लोगों को परिसर से खदेड दिया। हालांकि ईवीएम को लेकर बड़ा विवाद या मारपीट होने की खबर नहीं है।

लंबे समय से खामोश दिखाई दे रहा मुस्लिम समाज आज वोट डालने बढ़चढ़कर आगे आया। मुस्लिम बहुल इलाकों में 80 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ। शहर में मोमिनपुरा, तकीया, नालसाब, हसनबाग, ठाकुर प्लाट, ताजाबाद, नई बस्ती टेका, यशेाधरानगर, जाफरनगर, अहेबाब कॉलनी, भालदारपुरा, सतरंजीपुरा, पीली नदी, नूरी कॉलनी, नवा नकाशा एरिया में बंपर वोटिंग हुई। मुस्लिम बहुल इलाकों में हुई बंपर वोटिंग से भाजपा को पशोपेश में डाल दिया है। बसपा के परंपरागत वोट भी कांग्रेस की आेर झुकने की खबर है। दलित वोटों का झुकाव आखरी दिन कांग्रेस की ओर दिखाई दिया।

राज्य के अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी दिलीप शिंदे ने मंत्रालय में पत्रकारों को बताया कि पूरे राज्य में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। सुबह 7 बजे से शुरु हुआ मतदान शाम 6 बजे तक चला। जबकि गडचिरोली में दोपहर 3 बजे तक ही मतदान हुआ। उन्होंने बताया कि गडचिरोली के कुलसरगोटी तालुका के अहिरे में नक्सलवादियों की फायरिंग में दो जवान घायल हो गए। नक्सल प्रभावित गडचिरोली निर्वाचन क्षेत्र के चार मतदान केंद्रों पर चुनाव कर्मचारियों का दल नहीं पहुच सकी। वहां बाद में मतदान कराए जाएंगे। शिंदे ने बताया कि कुछ जगह वोटिंग मशीन और वीवीपैट में गडबड़ी कि शिकायतें मिली। मतदान के दौरान 150 ईवीएम और 275 वीवीपैट खराब हुए, जिन्हें बदल दिया गया। शाम 5.30 बजे तक हुए मतदान के आकड़ों के अनुसार सात सीटों पर औसतन 55.97 फीसदी मतदान हुए। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत महाराष्ट्र की वर्धा, रामटेक, नागपुर, भंडारा-गोंदिया, गडचिरोली-चिमूर, चंद्रपुर व यवतमाल-वाशिम लोकसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी और केंद्रीय राज्यमंत्री हंसराज अहिर सहित कुल 116 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया। उपराजधानी नागपुर में 53.13 (शाम 5.30 बजे तक के आकड़े) फीसदी मतदान हुआ। 2014 के चुनाव में यहां 57.12 प्रतिशत मतदान हुआ था। नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी का मुकाबला कांग्रेस के नाना पटोले से था। इन सात सीटों में सर्वाधिक मतदान भंडारा-गोंदिया में हुआ है। यहां शाम 5.30 बजे तक 60.50 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। गत लोकसभा चुनाव में भी भंडारा-गोंदिया में 72.21 प्रतिशत मतदान हुआ था। नक्सलियों के धमकियों के बावजूद नक्सलग्रस्त गडचिरोली-चिमूर निर्वाचन क्षेत्र में 61.23 फीसदी मतदान हुआ।
लोकसभा क्षेत्र 2014 2019
वर्धा 64.74 55.36
रामटेक 62.70 51.72
नागपुर 57.12 53.13
भंडारा-गोंदिया 72.21 60.50
गढचिरोली-चिमूर 69.65 61.23
चंद्रपुर 63.25 55.97
यवतमाल-वाशिम 58.80 53.78
स्वास्थ्य योजना: आरोग्य संजीवनी पॉलिसी खरीदने के 6 फ़ायदे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आरोग्य संजीवनी नीति का उपयोग निस्संदेह कोई भी व्यक्ति कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह बिल्कुल सस्ती है और फिर भी आवेदकों के लिए कई गुण प्रदान करती है। यह रुपये से लेकर चिकित्सा व्यय को कवर करने में सक्षम है। 5 लाख से 10 लाख। साथ ही, आप लचीले तंत्र के साथ अपनी सुविधा के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं। आप ऑफ़लाइन संस्थानों की यात्रा किए बिना पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन कर सकते हैं। आरोग्य संजीवनी नीति सामान्य के साथ-साथ नए जमाने की उपचार सेवाओं को भी कवर करने के लिए लागू है। इसलिए, यह निस्संदेह आज की सबसे अच्छी स्वास्थ्य योजनाओं में से एक है।
• लचीला
लचीलापन एक बहुत ही बेहतर पहलू है जिसकी किसी भी प्रकार की बाजार संरचना में मांग की जाती है। आरोग्य संजीवनी पॉलिसी ग्राहक को अत्यधिक लचीलापन प्रदान करती है। व्यक्ति अपने लचीलेपन के आधार पर प्रीमियम का भुगतान कर सकता है। इसके अलावा, ग्राहक पॉलिसी के कवरेज को विभिन्न पारिवारिक संबंधों तक बढ़ा सकता है।
• नो-क्लेम बोनस
यदि आप पॉलिसी अवधि के दौरान कोई दावा नहीं करते हैं तो आरोग्य संजीवनी पॉलिसी नो-क्लेम बोनस की सुविधा देती है। उस स्थिति में यह बोनस आपके लिए 5% तक बढ़ा दिया जाता है। आपके द्वारा बनाया गया पॉलिसी प्रीमियम यहां आधार के रूप में कार्य करता है और इसके ऊपर यह बोनस छूट के रूप में उपलब्ध है।
• सादगी
ग्राहक के लिए आरोग्य संजीवनी पॉलिसी को संभालना बहुत आसान है। इसमें समान कवरेज शामिल है और इसमें ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं हैं। इस पॉलिसी के नियम और शर्तों को समझने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। इससे पॉलिसी खरीदना आसान काम हो जाता है।
• अक्षय
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य नीति की वैधता अवधि 1 वर्ष है। इसलिए, यह आपके लिए अपनी पसंद का निर्णय लेने के लिए विभिन्न विकल्प खोलता है। आप या तो प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं या योजना को नवीनीकृत कर सकते हैं। अंत में, आप चाहें तो योजना को बंद भी कर सकते हैं।
• व्यापक कवरेज
यदि कोई व्यक्ति आरोग्य संजीवनी पॉलिसी के साथ खुद को पंजीकृत करता है तो वह लंबा कवरेज प्राप्त कर सकता है। यह वास्तव में स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से संबंधित बहुत सारे खर्चों को कवर करता है। इसमें दंत चिकित्सा उपचार, अस्पताल में भर्ती होने के खर्च आदि शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती होने से पहले से लेकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद तक के सभी खर्च इस पॉलिसी द्वारा कवर किए जाते हैं। इसलिए, यह नीति कई प्रकार के चिकित्सा व्ययों के खिलाफ वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में एक समग्र दृष्टिकोण है।
• बजट के अनुकूल
आरोग्य संजीवनी स्वास्थ्य योजना एक व्यक्ति के लिए बिल्कुल सस्ती है। यदि आप सीमित कवरेज के लिए आवेदन करते हैं तो कीमत बिल्कुल वाजिब है। इसलिए, जरूरत पड़ने पर आप अपने लिए एक अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य देखभाल का विकल्प प्राप्त कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आरोग्य संजीवनी नीति समझने में बहुत ही सरल नीति है और उपरोक्त लाभों के अलावा अन्य लाभ भी प्रदान करती है। सभी सामान्य बीमा कंपनियां ग्राहकों को यह पॉलिसी सुविधा प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। हालांकि, यह सरकार द्वारा प्रायोजित नहीं है और ग्राहक को इस पॉलिसी की सेवाएं प्राप्त करने के लिए भुगतान करना होगा। इसके अलावा, अगर वह स्वस्थ जीवन शैली का पालन करता है और उसे पहले से कोई मेडिकल समस्या नहीं है, तो उसे इस पॉलिसी को खरीदने से पहले मेडिकल टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है। हालाँकि, इस नीति के लिए आवेदन करते समय केवल नीति निर्माताओं को ही सच्चाई का उत्तर देने का प्रयास करें।
SSC MTS Cut Off 2023: जानें SSC MTS Tier -1 कटऑफ और पिछले वर्ष का कटऑफ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) भारत में केंद्रीय सरकारी नौकरियों की मुख्य भर्तियों हेतु अधिसूचना तथा भर्तियों हेतु परीक्षा का आयोजन करता रहा है। हाल ही में एसएससी ने SSC MTS और हवलदार के लिए अधिसूचना जारी किया है तथा इस भर्ती हेतु ऑनलाइन आवेदन भी 18 जनवरी 2023 से शुरू हो चुके हैं और यह ऑनलाइन आवेदन 17 फरवरी 2023 तक जारी रहने वाला है। आवेदन के बाद परीक्षा होगी तथा उसके बाद सरकारी रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु परीक्षा दो चरणों (टियर-1 और टियर-2) में आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है। इस वर्ष आयोग ने Sarkari Job एसएससी एमटीएस भर्ती के तहत कुल 12523 पदों (हवलदार हेतु 529 पद) पर अधिसूचना जारी किया है लेकिन आयोग के द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भर्ती संख्या अभी अनिश्चित मानी जा सकती है। आयोग के द्वारा एसएससी एमटीएस भर्ती टियर -1 परीक्षा अप्रैल 2023 में आयोजित की जा सकती है और इस भर्ती परीक्षा हेतु SSC MTS Syllabus भी जारी कर दिया गया है।
SSC MTS Tier 1 Cut Off 2023 क्या रह सकता है?
एसएससी एमटीएस कटऑफ को पदों की संख्या तथा आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या प्रभवित करती रही है। पिछले वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भर्ती पदों में वृद्धि की गई है और संभवतः इस वर्ष आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है तथा इन कारणों से SSC MTS Cut Off 2023 बढ़ सकता है लेकिन यह उम्मीदवार के वर्ग तथा प्रदेश के ऊपर निर्भर करता है। हालांकि आयोग के द्वारा भर्ती पदों की संख्या अभी तक सुनिश्चित नहीं कि गई है।
SSC MTS Tier 1 Expected Cut Off 2023
हम आपको नीचे दिए गए टेबल के माध्यम से वर्ग के अनुसार SSC MTS Expected Cut Off 2023 के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 100-110
• ओबीसी 95 -100
• एससी 90-100
• एससी 80-87
• पुर्व सैनिक 40-50
• विकलांग 91-95
• श्रवण विकलांग 45-50
• नेत्रहीन 75-80
SSC MTS Cut Off 2023 – वर्ग के अनुसार पिछले वर्ष का कटऑफ
उम्मीदवार एसएससी एमटीएस भर्ती हेतु पिछले वर्षों के कटऑफ को देखकर SSC MTS Cut Off 2023 का अनुमान लगा सकते हैं। इसलिए हम आपको उम्मीदवार के वर्गों के अनुसार SSC MTS Previous Year cutoff के बारे में निम्नलिखित टेबल के माध्यम से बताने जा रहे हैं-
• वर्ग कटऑफ
• अनारक्षित 110.50
• ओबीसी 101
• एससी 100.50
• एससी 87
• पुर्व सैनिक 49.50
• विकलांग 93
• श्रवण विकलांग 49
• नेत्रहीन 76
SSC MTS के पदों का विवरण
इस भर्ती अभियान के तहत कुल 11994 मल्टीटास्किंग और 529 हवलदार के पदों को भरा जाएगा। योग्यता की बात करें तो MTS के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा हवलदार के पद के लिए शैक्षणिक योग्यता यही है।
ऐसे में परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए यह बेहद ही जरूरी है, कि परीक्षा की तैयारी बेहतर ढंग से करें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करें।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
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