खुले में पड़ा कोरोना मरीजों का बायो मेडिकल वेस्ट, संक्रमण का खतरा

Bio-medical waste of corona patients lying in the open, risk of infection
खुले में पड़ा कोरोना मरीजों का बायो मेडिकल वेस्ट, संक्रमण का खतरा
खुले में पड़ा कोरोना मरीजों का बायो मेडिकल वेस्ट, संक्रमण का खतरा

विडंबना - मेडिकल में ग्राउंड पर लगा ढेर, आवारा पशु फैला रहे कचरा,  प्रबंधन का दावा- दिन में तीन बार कचरा उठा रही एजेंसी
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
बायो मेडिकल वेस्ट का प्रबंधन इस तरह होना चाहिए कि वह आम लोगों की पहुँच से दूर रहे और बात जब कोरोना से जुड़े बायो मेडिकल वेस्ट की हो तो इसका विशेष ध्यान रखना जरूरी है। मेडिकल कॉलेज में बायो मेडिकल वेस्ट के प्रबंधन को लेकर लापरवाही देखने मिल रही है। कैंपस के अंदर ही एक ग्राउंड पर कोरोना वार्डों से निकले मेडिकल वेस्ट एवं अन्य चीजों को डंप किया जा रहा है। प्रबंधन का दावा है कि बायो मेडिकल वेस्ट उठाने के लिए जिस एजेंसी को अनुबंधित किया गया है, वह दिन में तीन बार वेस्ट उठा रही है। वहीं हकीकत कुछ और दिखाई दे रही है। एजेंसी के कचरा उठाने के बाद भी कचरे का ढेर लगा हुआ है और भोजन की तलाश में पहुँच रहे पशु कचरे को फैलाने का काम कर रहे हैं। इससे बीमारियाँ फैलने का खतरा भी बना हुआ है। 
कचरा उठाने में फूल रहीं एजेंसी की साँसें  
 बताया जा रहा है कि 75 किमी के एरिया में मात्र एक एजेंसी है जो बायो मेडिकल वेस्ट को उठाकर कठौंदा प्लांट ले जाती है। यहाँ विधिवत तरीके से वेस्ट का प्रबंधन किया जाता है।  कोरोना काल के पहले जहाँ बायो मेडिकल वेस्ट की मात्रा सीमित थी, वहीं कोरोना काल में यह कई गुना बढ़ गई है। पीपीई किट, ग्लव्ज समेत कई ऐसी चीजें हैं जिन्हें दोबारा उपयोग में नहीं लिया जाता। ऐसे में इतनी ज्यादा मात्रा में निकल रहे बायो मेडिकल वेस्ट को उठाने में एजेंसी की साँसें फूल रही हैं।  
मरीजों के कपड़े और खाने की थालियाँ भी 
 बायो मेडिकल वेस्ट में पीपीई किट, ग्लव्ज के अलावा मरीजों के कपड़े, उपयोग किए गए डिस्पोजेबल बर्तन, खाने की डिस्पोजेबल थालियाँ एवं अन्य सामग्री शामिल हैं। इसी के चलते गाय, बैल एवं अन्य पशु पहुँच रहे हैं और कचरे में खाना ढूँढ़ते-ढूँढ़ते कचरा फैला रहे हैं।   
बायो हजार्ड पैकेट खोल देते हैं जानवर 
अस्पताल से निकलने वाले वेस्ट को बायो हजार्ड पैकेट में पैक करके बाहर किया जाता है, ताकि कोई इसके संपर्क में न आ सके, लेकिन पैकेट जब कुछ दिन तक पड़े रह जाते हैं तो जानवर मुँह मार-मारकर पैकेट खोले देते हैं और कचरा बाहर निकल आता है।  
इनका कहना है
कोरोना संक्रमण के चलते बायो मेडिकल वेस्ट ज्यादा निकल रहा है। कचरे के प्रबंधन के लिए एजेंसी अनुबंधित है जो दिन में तीन बार कचरा उठाती है। मेडिकल वेस्ट बायो हजार्ड बैग में पैक किया जाता है, ताकि कोई इसके संपर्क में न आए।  
-डॉ. राजेश तिवारी, अधीक्षक, मेडिकल अस्पताल 
 

Created On :   30 April 2021 2:06 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story