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एक दूसरे के पाले में डाल रहे गेंद : BJP किसान मोर्चा के अध्यक्ष ने कहा - कर्ज लेकर किसानों की मदद करे सरकार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के अतिवृष्टि और बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद को लेकर राज्य व केंद्र के सत्ताधारी एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपने में लगे हैं। भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि प्रदेश सरकार को 24 घंटे में कर्ज लेकर अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को मुआवजा देना चाहिए था। दूसरे ओर राज्य के रादस्व मंत्री बाला साहेब थोरात ने कोरोना के चलते आर्थिक संकट का हवाला देते हुए केंद्र से आर्थिक मदद की मांग की है।
महाराष्ट्र दौरे पर आए भाजपा सांसद चाहर ने कहा कि राहत में देरी करने का मतलब है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आत्मा और विचारों में किसान महत्वपूर्ण नहीं है। मंगलवार को मुंबई भाजपा कार्यालय वसंत स्मृति में पत्रकारों से बातचीत में चाहर ने कहा कि सरकार को किसानों की चिंता नहीं है। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि सरकार किसानों को मुआवजा देने में इतनी देर क्यों लगा रही है? सरकार को पंचनामा की भी जरूरत नहीं है, क्योंकि लेखपाल के पास किसानों के सभी रिकॉर्ड मौजूद रहते हैं। उसी के आधार पर सरकार किसानों को राहत दे सकती है। चाहर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों की मदद के लिए केंद्र सरकार को कोई प्रस्ताव नहीं दिया है। यदि सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजेगी, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर संभव मदद करेंगे।
इसी बीच चाहर ने कहा कि मैं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के उस बयान की निंदा करता हूं, जिसमें उन्होंने कहा है कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कृषि कानूनों को कूड़ेदान में फेंक देंगे। चाहर ने कहा कि देश में कांग्रेस अब छोटे-मोटे रूप में बची हुई है। आने वाले समय में नए कृषि कानूनों का लाभ किसानों को मिलने लगेगा, तो देश की जनता कांग्रेस को ही कूड़ेदान में फेंक देगी।
मुख्यमंत्री ने कारपेट पर दौरा किया- बोंडे
भाजपा प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. अनिल बोंडे ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने सोलापुर में पुल पर कारपेट बिछाकर तीन घंटे का दौरा किया। जबकि विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने नदी की तलहटी में चलकर किसानों से मिले। ठाकरे और फडणवीस के बीच यही फर्क है। एक सवाल के जवाब में बोंडे ने कहा कि राकांपा विधायक रोहित पवार अज्ञानी हैं। उन्हें कम से कम मुख्यमंत्री से पूछना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया था कि नहीं?
वेतन-खर्चों के लिए ले चुके हैं 55 हजार करोड़ कर्जः थोरात
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व राज्य के राजस्व मंत्री बाला साहेब थोरात ने कहा है कि कोरोना महामारी के चलते महाराष्ट्र आर्थिक संकट में है। इस लिए केंद्र सरकार इस संकट से उबरने में मदद करे। थोरात ने कहा कि भारी बरसात के कारण राज्य में काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र के पास महाराष्ट्र का 30 हजार करोड़ रुपए जीएसटी का है। केंद्र सरकार इस बकाये का तुरंत भुगतान करे। राजस्व मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने वेतन सहित अन्य खर्चों के लिए 55 हजार करोड़ रुपए कर्ज के माध्यम से जुटाए हैं। कोरोना के कारण राजस्व संग्रह बुरी तरह प्रभावित हुआ है। महाराष्ट्र सरकार केंद्र को कर के रुपए में सबसे ज्यादा राजस्व देता है। भाजपा नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने संबंधों का इस्तेमाल कर महाराष्ट्र को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद दिलाए। यदि वे ऐसा करते हैं तो हम उन्हें बधाई देंगे।
Created On :   20 Oct 2020 6:22 PM IST