'शराब का नाम महिलाओं...' पर बढ़ा विवाद, मंत्री महाजन ने मांगी माफी

BJP minister Apologises for offensive remark on naming liquor after women
'शराब का नाम महिलाओं...' पर बढ़ा विवाद, मंत्री महाजन ने मांगी माफी
'शराब का नाम महिलाओं...' पर बढ़ा विवाद, मंत्री महाजन ने मांगी माफी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बिक्री बढ़ाने के लिए शराब के ब्रांड का नामकरण महिलाओं के नाम पर करने की सलाह देकर विवाद में आए राज्य के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने माफी मांग ली है। विवाद बढ़ता देख सोमवार को उन्होंने कहा कि मैंने हल्के फुल्के अंदाज में यह बात कह दी थी। मेरा इरादा किसी के सम्मान को ठेस पहुंचाने का कतई नहीं था। मंत्री महाजन ने कहा कि उन्होंने जो कुछ कहा उसके लिए खेद है। वे सभी महिलाओं से माफी मांगते हैं। 

"मजाक में कहा, भावनाएं गलत नहीं थीं"

माफी मांगते हुए महाजन के कहा कि आज तक मैंने कभी भी महिलाओं के लिए अपमानजनक शब्दों  का इस्तेमाल नहीं किया। मजाक में कुछ शब्द बोल गया था, लेकिन भावनाएं गलत नहीं थी। आपको बता दें नंदूरबार जिले में सातपुड़ा सहकारी चीनी मिल के एक कार्यक्रम में गिरीश महाजन ने कहा था कि महिलाओं के नाम पर शराब का ब्रांड नाम रखने पर उसकी बिक्री बढ़ जाती है। उन्होंने कहा था कि अगर शराब का नाम महाराजा रखेंगे, तो उसे कौन खरीदेगा।  यदि शराब का नाम महारानी रखें, तो उसकी खूब बिक्री होगी। मंत्री ने यह भी कहा था कि मार्केंटिंग के लिहाज से आमतौर पर शराब का नाम बॉबी और जूली होता है। इसलिए इस चीनी मिल की शराब का नाम भी महारानी रखा जाए, तो बिक्री बढ़ जाएगी। 

विपक्षी दलों के निशाने पर आए महाजन

महाजन के इस बयान पर महिला संगठनों सहित विपक्षी दलों ने नाराजगी जताई थी। सत्ता में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने भी महाजन पर निशाना साधा। शिवसेना ने सोमवार को कहा कि एक तरफ सरकार शराब पीने के कुप्रभावों से लोगों को अवगत करा रही है तो दूसरी ओर, मंत्री शराब का ब्रांड महिलाओं के नाम पर रखने का सुझाव दे रहे हैं। उनके बयान को घिनौना और शर्मनाक बताते हुए शिवसेना ने यह भी कहा कि शराब से बड़े पैमाने पर राजस्व मिलता है। इसलिए मंत्री को इस तरह के मार्केटिंग टिप्स देने से बचना चाहिए।

Created On :   6 Nov 2017 1:56 PM GMT

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