अर्नब के समर्थन में मंत्रालय के सामने धरना दे रहे भाजपा विधायक राम कदम हिरासत के बाद रिहा 

BJP MLA Ram Kadam released after detention during protest in support of Arnab
अर्नब के समर्थन में मंत्रालय के सामने धरना दे रहे भाजपा विधायक राम कदम हिरासत के बाद रिहा 
अर्नब के समर्थन में मंत्रालय के सामने धरना दे रहे भाजपा विधायक राम कदम हिरासत के बाद रिहा 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। रिपब्लिक टीवी के एडीटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के खिलाफ मंत्रालय के बाहर धरने पर बैठे भाजपा विधायक राम कदम समेत चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस के मुताबिक सभी लोग बिना इजाजत धरने पर बैठे थे। हालांकि बाद में मरीन ड्राइव पुलिस ने सभी को रिहा कर दिया। डीसीपी शशिकुमार मीना के मुताबिक राम कदम और उनके साथ विरोध प्रदर्शन करने वालों को इसलिए हिरासत में लिया गया, क्योंकि वे बिना इजाजत ऐसा कर रहे थे। सभी को मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन ले जाया गया, बाद में उन्हें घर जाने की इजाजत दी गई। आत्महत्या के लिए उकसाने के दो साल पुराने मामले में अर्णब गोस्वामी की रायगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तारी का विरोध कर रहे विधायक राम कदम ने अर्नब को तुरंत रिहा किए जाने की मांग की। फिलहाल अर्णब 18 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में हैं। 

राम कदम ने कहा कि वे अघोषित आपातकाल के विरोध में भूख हड़ताल पर बैठे थे, लेकिन पुलिस उन्हें जबरन अपने साथ ले गई और भूख हड़ताल खत्म करने पर मजबूर किया। इससे पहले राम कदम ने मामले में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से भी मुलाकात की थी और मांग की थी कि अर्णब के साथ मारपीट करने वाले नौ पुलिस वालों को निलंबित किया जाए।    

आप को बता दें कि रायगढ पुलिस ने अर्णब समेत तीन लोगों को आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाईक को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया है। तीनों पर अन्वय के पैसे बकाए थे और आत्महत्या से पहले अपने सुसाइड नोट में उन्होंने इसी के चलते परेशान होकर आत्महत्या की बात लिखी थी। हालांकि इससे पहले पुलिस ने मामले में सबूत न होने का हवाला देकर अदालत में मामला बंद करने की अर्जी दी थी। लेकिन अन्वय के परिवार ने इसका विरोध करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है। 

Created On :   6 Nov 2020 2:05 PM GMT

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