- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- भाजपा का सवाल : सत्ता व सावरकर में...
भाजपा का सवाल : सत्ता व सावरकर में किसे चुनेगी शिवसेना?, आठवले ने कहा - बयान से दुखी हो तो तोड़ो गठबंधन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वीर सावरकर को लेकर दिए गए बयान के बाद भाजपा कांग्रेस के नए मित्र शिवसेना को घेरने में जुट गई है। भाजपा प्रवक्ता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि देश सावरकर के अपमान को नहीं भूलेगा। अब शिवसेना को तय करना है कि वह सत्ता व स्वतंत्रता सेनानी में से किसी चुनती है। रविवार को मुंबई भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में हुसैन ने कहा कि गांधी और सावरकर की कोई तुलना ही नहीं हो सकती। वह भी तब जब ‘उधार’ का उपनाम हो। भाजपा नेता ने कहा कि सावरकर के अपमान पर शिवसेना द्वारा केवल एक ट्विट करने से काम नहीं चलेगा। इस मामले में कांग्रेस के साथ सरकार चला रहे शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को अपनी भूमिका तय करनी होगी। हुसैन ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों की वजह से जनता ने उन्हें दो-दो बार सबक सिखाया है। लोकसभा में विपक्ष का नेता पद तक नसीब नहीं हुआ। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वीर सावरकर को दो-दो बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। उन्होंने देश के लिए जो बलिदान दिया उसे देखते हुए राहुल गांधी और सावरकर में रत्तीभर भी तुलना की गुंजाईश नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल के बयान को लेकर देशभर में गुस्सा है। अब शिवसेना को सत्ता और सावरकर में से किसी एक को चुनना है। इसको लेकर शिवसेना को अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए।
नागरिकता विधेयक पर अल्पसंख्यकों को भड़का रही कांग्रेस
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक पर लोगों को खासकर अल्पसंख्यक समाज को भ्रमित किया जा रहा है। उन्हें गलत जानकारी देकर भड़काया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को जो शरणार्थी के रुप में यहां रहने को मजबूर हैं, उन्हें नागरिकता देने के लिए पारित किया गया है। इससे देश के मुसलमानों की नागरिकता किसी भी तरह प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों के सभी दलों ने संसद में इस विधेयक का समर्थन किया था लेकिन अब कांग्रेस वहां के लोगों को भड़का रही है। हुसैन ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल अल्पसंख्यकों को भड़काने में लगे हैं।
राहुल के बयान से आहत हो तो कांग्रेस के साथ तोड़ो गठबंधन
आरपीआई अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने शिवसेना से कहा है कि अगर स्वतंत्रता सेनानी सावरकर के बारे में कांग्रेसी नेता राहुल गांधी की अपमानजनक टिप्पणी से वह सचमुच आहत है तो कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ देना चाहिए। वहीं आठवले ने कांग्रेस को भी चुनौती दी है कि अगर वह सावरकर को लेकर राहुल गांधी के बयान पर डटी हुई है तो शिवसेना सरकार को दिया गया अपना समर्थन वापस ले ले। आठवले ने कहा कि शिवसेना और कांग्रेस की विचारधारा परस्पर विरोधी है। दोनों के बीच गठबंधन अनैसर्गिक है। उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी सावरकर का अपमान कर रहे हैं तो शिवसेना को ढुलमुल रवैया नहीं अपनाना चाहिए। शिवसेना के लिए यह समय है जब वह कांग्रेस को सबक सिखा सकती है और दिखा सकती है कि बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना बाघ की तरह है। अब सिर्फ कांग्रेस को चेतावनी देने से काम नहीं चलेगा। शिवसेना को चाहिए कि वह कांग्रेस के समर्थन वाली सरकार को तिलांजलि देकर भाजपा के साथ सरकार बनाए। आठवले ने कहा कि भाजपा और शिवसेना की सरकार स्थिर और टिकाऊ होगी।
भाजपा का राहुल के खिलाफ मोर्चा
सावरकर के लेकर राहुल गांधी की टिप्पणी के खिलाफ मुंबई भाजपा ने रविवार को मुंबई में लांग मार्च का आयोजन किया। बोरिवली से दादर के शिवाजी पार्क में स्थित सावरकर स्मारक तक निकाले गए इस पैदल मार्च में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। मुंबई भाजपा अध्यक्ष मंगल प्रभात लोढा, उत्तर मुंबई के सांसद मनोज कोटक और विधायक सुनील राणे की अगुआई में निकाले गए इस लांग मार्च के दौरान सावरकर के समर्थन और राहुल गांधी के विरोध में नारे भी लगाए गए।
Created On :   15 Dec 2019 7:04 PM IST