पेगासस पर बीजेपी का कांग्रेस को जवाब- जासूसी नहीं, खेती की तकनीक सीखने इजरायल गए थे अधिकारी

BJPs reply to Congress on Pegasus - not spying, officials went Israel to learn farming techniques
पेगासस पर बीजेपी का कांग्रेस को जवाब- जासूसी नहीं, खेती की तकनीक सीखने इजरायल गए थे अधिकारी
पेगासस पर बीजेपी का कांग्रेस को जवाब- जासूसी नहीं, खेती की तकनीक सीखने इजरायल गए थे अधिकारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व मुख्यमंत्री तथा विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि मेरे मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए राज्य सरकार ने इजराइल की कंपनी एनएसओ की कोई सेवाएं नहीं ली थी। पेगासस साफ्टवेयर के जरिए जासूसी कराने के विपक्ष के आरोपों पर फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार के सूचना व जनसंपर्क निदेशालय (डीजीआईपीआर) की टीम केवल खेती की नई तकनीक के अध्ययन के लिए इजराइल में थी। यदि महाविकास आघाड़ी सरकार जांच करना चाहे को करा ले, सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। 

मंगलवार को अपने सरकारी आवास सागर पर पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि यह बात सही है कि डीजीआईपीआर का एक प्रतिनिधिमंडल इजराइल गया था, लेकिन यह प्रतिनिधिमंडल साल 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद इजराइल गया था। यह प्रतिनिधिमंडल खेती और उससे जुड़ी तकनीक की जानकारी लेने के लिए गया था। फडणवीस ने कहा कि यदि राज्य सरकार जांच कराना चाहती है, तो सच्चाई सामने आ जाएगी। 

इसके पहले महाविकास आघाड़ी सरकार ने पूर्व की भाजपा सरकार के 5 सालों के फोन टैपिंग की जांच के लिए पुलिस महानिदेशक संजय पांडे की अध्यक्षता में 9 जुलाई को उच्चस्तरीय समिति का गठन किया था। इस सवाल पर फडणवीस ने कहा कि मैंने भी केवल अखबारों में समिति बनाए जाने के बारे में पढ़ा है। मुझे इस संबंध में कुछ नहीं कहना है। यह समिति जांच के बाद अपनी रिपोर्ट देगी। 

इस बीच फडणवीस ने पेगासस जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि गैर कानूनी रूप से कोई टैपिंग नहीं की गई है। इसके बावजूद विपक्ष संसद का मानसून अधिवेशन नहीं चलने दे रहा है। शिवसेना सांसद संजय राऊत के फोन टैपिंग के आरोपों पर फडणवीस ने कहा कि जो सच्चाई होगी वह सामने आएगी। लेकिन राऊत को सांप छोड़ लाठी मारने का काम बंद करना चाहिए। यदि उनकी जांच की मांग उचित होगी, तो उस पर केंद्र सरकार कार्रवाई करेगी। फडणवीस ने कहा कि कुछ विदेशी एजेंसियां भारत के लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने का काम कर रही हैं। यदि हम उनका हिस्सा बने, तो यह उचित नहीं होगा। इसलिए उसके पीछे की साजिश समझनी चाहिए। 

कांग्रेस ने की है जांच की मांग

इससे पहले सोमवार को प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने फडणवीस सरकार में जासूसी होने की आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था कि महाविकास आघाड़ी सरकार को जांच करानी चाहिए कि फडणवीस सरकार के समय डीजीआईपीआर के अफसर इजराइल क्यों गए थे? पेगासस के जरिए फोन टैपिंग कराने का मामला बेहद गंभीर है। 

Created On :   20 July 2021 6:14 PM IST

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