ब्लैक फंगस - मेडिकल कॉलेज के म्यूकोर माइकोसिस वार्ड में 140 मरीजों की एंडोस्कोपी

Black fungus - endoscopy of 140 patients in the Mucor mycosis ward of the Medical College
ब्लैक फंगस - मेडिकल कॉलेज के म्यूकोर माइकोसिस वार्ड में 140 मरीजों की एंडोस्कोपी
ब्लैक फंगस - मेडिकल कॉलेज के म्यूकोर माइकोसिस वार्ड में 140 मरीजों की एंडोस्कोपी

गुरुवार को डिस्चार्ज हुए 7 मरीज - 209 हुए मरीज, अब तक 76 सर्जरी

डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना मरीजों में पोस्ट कोविड इफैक्ट के रूप में सामने आ रही ब्लैक फंगस की बीमारी के मरीजों की संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। जिला स्वास्थ्य विभाग के आँकड़ों के अनुसार मेडिकल कॉलेज समेत निजी चिकित्सालयों को मिलाकर अब तक ब्लैक फंगस के 209 मरीज सामने आ चुके हैं। गुरुवार को ही 3 नए मरीज सामने आए। जिले में अब तक 16 मरीजों ने इस बीमारी से जान गँवाई है। जो नये मरीज आ रहे हैं उनमें से अधिकांश जबलपुर से लगे हुए जिलों के हैं। इधर मेडिकल कॉलेज में म्यूकोर माइकोसिस के लिए बनाए गए विशेष वार्ड से 7 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। वार्ड में करीब सवा सौ मरीज भर्ती हैं। अब 76 सर्जरी की जा चुकी हैं। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का असर यहाँ भी पड़ रहा है। वार्ड में सेवाएँ दे रहे 12 जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के बाद, मरीजों की सर्जरी समेत देखरेख की जिम्मेदारी सीधे तौर  पर फैकल्टी और सीनियर रेजीडेंट पर आ गई है। फिलहाल 2 फैकल्टी और 2 एसआर जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।  
एम्फोसिटीरिन-बी इंजेक्शन की कमी
अस्पतालों में म्यूकोर माइकोसिस के मरीजों की संख्या बढऩे के साथ ही लायपोसोमल एम्फोसिटीरिन-बी इंजेक्शन के लिए लोग परेशान हो रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में इसकी दवा प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई है। दरअसल एम्फोसिटीरिन-बी बेहद कम बिकने वाली दवा होने के कारण इसे दवा कारोबारी नहीं रखते थे। निर्माता भी सीमित मात्रा में ही बना रहे थे। अचानक माँग बढऩे से आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

Created On :   4 Jun 2021 3:54 PM IST

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