रेत के अवैध खनन पर घाटपिपरिया में धनलक्ष्मी के कर्मचारियों और ग्रामीणों में खूनी संघर्ष, तीन घायल 

Bloody conflict between Dhanalakshmis employees and villagers in Ghatpipariya over illegal sand mining
रेत के अवैध खनन पर घाटपिपरिया में धनलक्ष्मी के कर्मचारियों और ग्रामीणों में खूनी संघर्ष, तीन घायल 
रेत के अवैध खनन पर घाटपिपरिया में धनलक्ष्मी के कर्मचारियों और ग्रामीणों में खूनी संघर्ष, तीन घायल 

डिजिटल डेस्क  नरसिंहपुर । नर्मदा नदी के तट घाटपिपरिया में बुधवार देर रात रेत ठेका कंपनी धनलक्ष्मी मर्चेंडाइज के कर्मचारियों तथा ग्रामीणों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। अवैध उत्खनन तथा रेत से भरे वाहन खेत से निकाले जाने को लेकर हुए इस संघर्ष में तीन ग्रामीण घायल हो गए, जबकि कंपनी के 2 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। सूचना मिलते ही बल के साथ मौके पर पहुंची ठेमी पुलिस ने हालातों को संभाला और दोनों पक्षों के परस्पर आरोपों व शिकायतों को देखते हुए काउंटर मामला दर्ज किया है। घायल हुए घाटपिपरिया के मनोहर पिता कालूराम (45)  तथा एकम सिंह पिता बाल सिंह (28) की एमएलसी कराई गई, जबकि एक अन्य घायल शुभम पिता तोफान सिंह की एमएलसी नहीं हुई।
फायरिंग की बात पुलिस ने नकारी तो ग्रामीणों ने एसपी के सामने रख दिए 2 कारतूस - ठेमी थाना प्रभारी झारिया द्वारा फायरिंग के आरोपों से नकारते हुए जांच में साक्ष्य नहीं मिलने की बात कही गई। गुरुवार को मिलने पहुंचे घाटपिपरिया के ग्रामीणों से एसपी विपुल श्रीवास्तव ने भी यही बात कही। इस पर ग्रामीणों ने उनके सामने 2 कारतूस रख दिए। ग्रामीणों ने एसपी को शिकायती आवेदन देते हुए धनलक्ष्मी के कर्मचारियों द्वारा गांव के मंदिर के पास आकर फायरिंग करने, तोफान पटेल से मारपीट कर उसका अपहरण कर ले जाने की बात कही है। गांव के मनोहर पटेल एवं एकम सिंह पटेल से मारपीट किए जाने की भी बात कहते हुए ग्रामीणों ने ठेमी पुलिस पर यह आरोप भी लगाया है कि ठेमी थाने में उनकी पहले शिकायत दर्ज नहीं की गई। मामला तब दर्ज किया जबकि पूरे जिले में बात फैल गई।
संघर्ष की असल वजह अवैध उत्खनन
1 जुलाई से 30 सितंबर तक रेत खनन पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके रेत का अवैध उत्खनन जारी हैे। बुधवार रात हुई घटना को लेकर ठेका कंपनी ने ग्रामीणों को रेत का अवैध उत्खनन करने से रोकने पर हुए संघर्ष की बात कही है। जबकि गामीणों ने ठेका कंपनी के रेत से भरे वाहन शुभम सिंह के खेत से नहीं निकलने देने को लेकर संघर्ष होने की बात कही है। ग्रामीणों ने ठेका कंपनी के कर्मचारियों पर फायरिंग किए जाने का भी आरोप लगाया हैे। कमोबेश ठेका कंपनी के साथ पुलिस ने भी इन आरोपों को नकार दिया है।
ठेका कंपनी का दावा भी कमजोर निकला
धनलक्ष्मी कंपनी की ओर से की गई शिकायत में ग्रामीणों द्वारा अवैध उत्खनन करते हुए ट्रैक्टर पकड़े जाने पर विवाद होने की बात कही गई है। जबकि पुलिस थाने में कोई ट्रैक्टर जब्त नहीं हुआ। पुलिस को भी मौके पर तथा बाद की जांच में रेत से भरा कोई ट्रैक्टर नहीं मिला। कंपनी के दो क्षतिग्रस्त वाहन जरूर थाने मेंं खड़े दिखाई दिए। 

Created On :   16 July 2021 3:12 PM IST

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