बाल सुधार गृह में लड़कों ने ले ली साथी किशोर की जान, 12 से 17 साल है आरोपियों की उम्र  

Boys took the life of fellow teenager in the child reform home
बाल सुधार गृह में लड़कों ने ले ली साथी किशोर की जान, 12 से 17 साल है आरोपियों की उम्र  
पीट-पीट कर हत्या बाल सुधार गृह में लड़कों ने ले ली साथी किशोर की जान, 12 से 17 साल है आरोपियों की उम्र  

डिजिटल डेस्क, मुंबई। एक बालसुधार गृह में चार लड़कों द्वारा मानसिक रुप से कमजोर एक 16 वर्षीय लड़के की पीट-पीट कर हत्या करने का मामले सामने आया है। पुलिस ने चारों आरोपी लड़कों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। आरोपी लड़कों की उम्र 12 से 17 साल के बीच की है। मामले की जांच से जुड़े अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक चार आरोपी लड़के एक साथ इकट्ठा हुई फिर बाल सुधारगृह के हॉल में 16 वर्षीय मानसिक रुप से कमजोर लड़के की जमकर पिटाई की। जिससे वह बेहोश हो गया। बालसुधार गृह के प्रबंधक को जब इसकी जानकारी हुई तो वह पीड़ित लड़के को सायन अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने जांच के बाद लड़के को मृत घोषित कर दिया। शुरुआत में पुलिस ने इस घटना को लेकर दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया था किंतु जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आयी तो 16 वर्षीय लड़के की बेरहमी से की गई पिटाई के कारण लगी गंभीर चोटों के चलते मौत होने का खुलासा हुआ। पुलिस ने जब बालसुधार गृह में मौजूद दूसरे लड़कों से पूछताछ की तो लड़के की पिटाई किए जाने की जानकारी सामने आयी।

प्रारंभिक जांच के आधार पर चार लड़कों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया और चारों लड़कों को डोंगरी रिमांड होम में भेज दिया गया।। इस घटना के बाद बालसुधार गृह के पर्यवेक्षक तुषार रघुवंशी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन ने आपराधिक मामला दर्ज किया है। पिटाई के चलते मानसिक रुप से कमजोर जिस बच्चे की मौत हुई है उसे हाल ही में बाल कल्याण कमेटी के निर्देश के तहत माटुंगा स्थित डेविड ससून इंडस्ट्रीयल स्कूल एंड चिल्ड्रन होम में लाया गया था। चूंकि वह मानसिक रुप से कमजोर था इसलिए वह बदमाश बच्चों के निशाने पर आ गया था। 

शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक केशव कसर के मुताबिक हमने इस मामले को लेकर चार आरोपी लड़कों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। प्रकरण को लेकर हमारी जांच प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि जिस बच्चे की मौत हुई है उसे बोलने में तकलीफ थी इसलिए जब उसकी पिटाई की गई तो वह मदद के लिए चीख भी नहीं पाया। जिससे बाल सुधारगृह के अधिकारी उस वक्त नहीं पहुंच सके जब आरोपी मानसिक रुप से कमजोर लड़के को पीट रहे थे। लेकिन इस घटना ने बाल सुधार गृह में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है। वहीं महिला व बाल विकास अधिकारी शोभा शेलार ने कहा कि सुधार गृह में  बच्चे की मौत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। 
 

Created On :   19 Aug 2022 9:10 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story