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कई समन के बावजूद जांच अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुआ कारोबारी नवलानी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारियों के नाम पर करीब 59 करोड़ रुपए की जबरन वसूली के आरोप में एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही कारोबारी जितेंद्र उर्फ जीतू नवलानी का अता पता नहीं है। आशंका है कि वह देश छोड़कर फरार हो चुका है। मामला दर्ज करने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) नवलानी को पूछताछ के लिए कई समन भेज चुकी है लेकिन उसकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राऊत ने नवलानी पर आरोप लगाया था कि वह ईडी अधिकारियों के नाम पर कार्रवाई का डर दिखाकर दूसरे कारोबारियों से पैसे वसूलता है।
मामले में एसीबी ने प्राथमिक जांच के बाद 5 मई को नवलानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। एसीबी अधिकारियों को पहले ही आशंका थी कि वह देश छोड़कर भाग सकता है इसलिए एफआईआर दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर उसे देश छोड़कर भागने से रोकने के लिए लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया गया था। नवलानी के कई वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से अच्छे संबंध हैं इसलिए एसीबी को आशंका है कि उसे भ्रष्टाचार के मामले में एफआईआर दर्ज होने की भनक पहले ही लग गई और वह देश छोड़कर भाग निकला। नवलानी मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का भी करीबी बताया जाता है। एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि नवलानी ईडी अधिकारियों के संपर्क में था या नहीं इसकी छानबीन की जा रही है। एसीबी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जिन ईडी अधिकारियों के नाम पर उसने वसूली की क्या उन्हें इस बात की जानकारी थी और उन्हें भी हिस्सा मिला या नवलानी ने फर्जी तरीके से उनके नाम का डर दिखाकर वसूली की है। आरोप है कि नवलानी ने 2015 से 2021 के बीच कारोबारियों से कंसल्टेंसी फीस और कर्ज के रूप में करीब 59 करोड़ रुपए फर्जी कंपनियों के जरिए लिए।
क्या बड़ी ताकत कर रही नवलानी की मदद-राऊत
नवलानी के देश छोड़कर भागने की आशंकाओं के बीच शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने गुरूवार को कहा कि अगर वह देश छोड़कर भागा है तो उसे किसी बड़ी ताकत ने इसमें मदद की होगी। उन्होंने सवाल किया कि क्या ताकतवर लोगों ने देश छोड़कर भागने में नवलानी की मदद की है।
Created On :   12 May 2022 7:51 PM IST