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लम्हेटा से लम्हेटी तक केबल स्टे ब्रिज को मंजूरी, एक माह में काम हो सकता है चालू , टेण्डर फाइनल, मंत्रालय से मिली अनुमति
सब कुछ ठीक रहा तो डेढ़ साल में बनाकर देना होगा, नर्मदा के उस पार जाने के लिए एक और नया ब्रिज
डिजिटल डेस्क जबलपुर । लम्हेटा से नर्मदा के उस पार लम्हेटी तक केबल स्टे ब्रिज को बनाने लोक निर्माण मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। मंत्रालय ने इसकी टेण्डर प्रक्रिया को फाइनल कर दिया है। 15 दिनों के अंदर टेण्डर लेने वाली कंपनी से एग्रीमेंट होते ही एक माह के अंदर इसका काम भी चालू हो सकता है। यह केबल स्टे ब्रिज 48 करोड़ की लागत से बनना है। इसके निर्माण की अवधि 18 माह निर्धारित की जाएगी। यदि सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही यह केबल स्टे ब्रिज समय पर बनकर तैयार भी हो सकता है। वैसे जबलपुर सीमा में यह दूसरा केबल स्टे ब्रिज होगा। इससे पहले एक केबल स्टे ब्रिज मदन महल रेलवे स्टेशन के ऊपर भी बन रहा है। यह दमोहनाका-मदन महल फ्लाई ओवर के बीच का हिस्सा है। गौरतलब है कि लम्हेटा से लम्हेटी तक केबल स्टे ब्रिज के निर्माण की प्रक्रिया बीते 3 सालों से चल रही है। कई प्रक्रियाओं और कई तरह की बाधाओं के बाद इसको फाइनल किया गया है। लोक निर्माण सेतु के ईई प्रभाकर सिंह परिहार कहते हैं कि एग्रीमेंट के बाद संभव है कि एक माह बाद इसका निर्माण शुरू हो सकता है। इसको लेकर प्रोसेस तेजी से चल रही है।
इस अंदाज में बनना है
* निर्माण लागत है 48 करोड़।
* कुल लंबाई होगी ब्रिज की -492 मीटर।
* ब्रिज की कुल चौड़ाई होगी - 8.4 मीटर।
* स्पॉन की कुल संख्या होगी - 06।
* 32 मीटर पर होगा एक स्पॉन।
* ब्रिज होगा टू-लेन अंदाज का।
नर्मदा के ऊपर बनने वाले अब किसी भी नये ब्रिज को लेकर ये चिंताएँ सामने आती हैं कि कहीं नर्मदा के आसपास पर्यावरण का और तेजी से नुकसान न हो। वैसे नर्मदा का दूसरा हिस्सा यानी उस पार अभी आबोहवा बेहतर है। उत्खनन कम है और मानवीय हस्तक्षेप भी नहीं है लेकिन नये होने वाले निर्माण से कुछ पर्यावरण संबंधी चुनौतियाँ भी सामने आएँगी, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है।
Created On :   5 Jan 2021 3:13 PM IST