घर में ही मनाए छठ पूजा, नदी- तालाबों और सनुद्र किनारे जुटने पर मनाही

Celebrate Chhath Puja at home, prohibition on gathering on river-ponds and beaches
घर में ही मनाए छठ पूजा, नदी- तालाबों और सनुद्र किनारे जुटने पर मनाही
राज्य सरकार का आदेश घर में ही मनाए छठ पूजा, नदी- तालाबों और सनुद्र किनारे जुटने पर मनाही

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते छठ पूजा उत्सव में नागरिकों के नदियों, तालाबों और समुद्र किनारे बड़ी संख्या में जुटने पर मनाही होगी। राज्य सरकार ने नागरिकों से इस साल घर में ही सादगी से छठ पूजा उत्सव मनाने का आग्रह किया है। इस साल छठ पूजा स्थल पर किसी भी प्रकार का पंडाल नहीं लगाया जा सकेगा। सरकार के गृह विभाग ने छठ पूजा उत्सव मनाने को लेकर दिशानिर्देश जारी किया है। छठ पूजा के लिए अनुमति न दिए जाने पर विपक्षी दल भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के उत्तरभारती नेताओं ने भी नाराजगी जताई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आदेश के अनुसार कोरोना के नियमों में कुछ ढील दी गई है लेकिन नागरिकों के बड़े पैमाने पर एकत्रित होने पर पाबंदी कायम है। इसलिए सार्वजनिक, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन के दौरान कोरोना के नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा। इस तरह के कार्यक्रमों का ऑनलाइन, केबल नेटवर्क और फेसबुक आदि के माध्यम से प्रसारण करना होगा। राज्य में मनपा, स्थानीय प्राधिकरण, जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से छठ पूजा के कार्यक्रम स्थल पर कृत्रिम तलाब का निर्माण करना होगा। नदियों, तालाबों और समुद्र किनारे भीड़ को टालना होगा। छठ पूजा कार्यक्रम स्थल पर मास्क का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। इस साल पवित्र छठ पर्व 9 नवंबर के सूर्यास्त से 10 नवंबर के दिन सूर्योदय तक मनाया जाएगा। सरकार ने कहा है कि राज्य में धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दी गई है फिर भी छठ पूजा को घरेलू स्वरूप में मर्यादितरखना होगा। वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों को घर से बाहर निकलने से बचने की अपील की गई है। राज्य में स्थानीय परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए पाबंदियों को और सख्त करने का अधिकार संबंधित मनपा, पुलिस और स्थानीय प्रशासन के पास होगा।

उत्तरभारतीयों के साथ अन्याय

मुंबई भाजपा के प्रवक्ता अजय सिंह ने कहा कि छठ पूजा करने वाले बेहद अनुशासित होते हैं। राज्य सरकार कोरोना नियमों का पालन करते हुए छठ पूजा के लिए भी अनुमति दे सकती थी पर जानबूझ कर उत्तरभारतीय समुदाय को नजरअंदाज किया गया है। इससे बीएमसी में सत्तारुढ़ शिवसेना की उत्तरभारतीयों की प्रति मानसिकता का पता चलता है। यह उत्तरभारतीय समाज के साथ अन्याय है। मुंबई युवक कांग्रेस के कार्याध्यक्ष सुरज सिंह ठाकुर ने कहा कि जब मुंबई महानगरपालिका गणेशोत्सव व नवरात्री त्योहार का सफलता पूर्वग आयोजन कर सकती है तो छठ पूजा के लिए क्यों नहीं अनुमति दी गई। उन्होंने कहा कि यह मुंबई में रहने वाले 30 लाख उत्तरभारतीयों के साथ अन्याय है। 

 

Created On :   5 Nov 2021 8:46 PM IST

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