बीडीयू के जरिए मध्य रेलवे खोज रही कमाई के नए जरिए, किसानों-व्यापारियों और आम लोगों को भी मिल रहा लाभ

Central railway Looking new medium of earnings through BDU
बीडीयू के जरिए मध्य रेलवे खोज रही कमाई के नए जरिए, किसानों-व्यापारियों और आम लोगों को भी मिल रहा लाभ
बीडीयू के जरिए मध्य रेलवे खोज रही कमाई के नए जरिए, किसानों-व्यापारियों और आम लोगों को भी मिल रहा लाभ

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संक्रमण काल में भी मध्य रेलवे ने कई ऐसे कदम उठाए हैं जिससे आम लोगों और कारोबारियों को तो फायदा हुआ ही है रेलवे ने भी आय का नया जरिया हासिल कर लिया है। यह संभव हुआ है हाल ही में गठित बिजनेस डेवलपमेंट (बीडीयू) की अच्छी मार्केटिंग की रणनीति के चलते। यही वजह है कि पिछले कुछ महीनों में ही मध्य रेलवे टाटा की कारों को बांग्लादेश, महिंद्रा के ऑटोमोबाइल को खडगपुर, ट्रैक्टरों को फिरोजपुर तक पहुंचाने लगी है। यही नहीं अब बारामती में बनने वाली चीनी त्रिपुरा जबकि कराड में बनने वाली चीनी तिरुनेलवेली ले जाई गई है। जल्द खराब हो जाने वाले फल और सब्जियां उगाने वाले किसानों के लिए भी रेलवे पहली पसंद बनती जा रही है। महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार जाने वाली ट्रेन की मांग इतनी बढ़ी कि कुछ ही दिनों में इस सप्ताह में तीन दिन चलाया जाने लगा। यही नहीं सोलापुर में स्थित बाले से रोल ऑन-कोल ऑफ (रोरो) यातायात भी शुरू किया गया है। मध्य रेलवे द्वारा हाल ही में क्षेत्रीय और मंडल स्तर पर व्यावसायिक विकास ईकाइयों (बीडीयू) का गठन किया गया है। बीडीयू किसानों, लोडर, एपीएमसी और कोरोबारियों के साथ मिलकर ऐसे प्रस्ताव तैयार करती है जिससे सभी को फायदा हो और रेलवे की भी आय का जरिया बढ़े।

बुटीबोरी से ज्यादा गाड़ियों की लोडिंग

बीडीयू के जरिए नागपुर मंडल बूटीबोरी से महिंद्रा एंड महिंद्रा की ज्यादा गाड़ियां रेलवे के जरिए देश के कई हिस्सों में पहुंचाने में कामयाब रही है। नसारणी से फ्लाई-ऐश लोडिंग, वानी से डोलोमाइट की चंद्रपुर लोडिंग, रिलायंस सीमेंट कंपनी लिमिटेड के लिए सीमेंट लोडिंग की संभावना उत्पन्न कर दी गई है। गेंहू के यातायात की भी व्यवस्था की गई है। पिछसे कुछ समय से बैतूल गुड्स शेड और 25 ट्रैक्टर अजनी गुड्स शेड से फिल्लौर, फिरोज़पुर पंजाब के लिए लोड किए गए। इसी तरह दूसरे मंडलों में भी बीडीयू काफी सफल रहा है पुणे से पहली बार रेलवे के जरिए बांग्लादेश तक टाटा मोटर्स के लिए 75 कारों का परिवहन किया है, पहली बार कराड से तिरुनेलवेली और विल्लुपुरम (तमिलनाडु) एवं बारामती से त्रिपुरा तक शक्कर लोड कर पहुँचायी गई है, भुसावल मंडल ने महिंद्रा लॉजिस्टिक लिमिटेड के ऑटोमोबाइल को नासिक से कालिकुंडा, खड़गपुर तक पहुँचाया है। ओरिएंट सीमेंट का गंज बासोदा  नए गंतव्य के लिए सीमेंट की एक मिनी रेक पहुँचाई है। खंडवा से औरंगाबाद भारतीय खाद्य निगम के लिए गेहूँ पहुँचाया। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक कम कीमत में तेज गति से और सुरक्षित तरीके से माल की ढुलाई के चलते किसानों और कारोबारियों के लिए यह सुविधा बेहद फायदेमंद साबित हो रही है, इसीलिए इसकी मांग भी बढ़ी है।
 

Created On :   13 Sept 2020 5:41 PM IST

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