पालक मंत्री बदलना पेट्रोल पंप के कर्मचारी बदलने जितना आसान है क्या, पाटील का महाडिक पर पलटवार 

Changing foster minister is easy as changing staff of a petrol pump- Patil
पालक मंत्री बदलना पेट्रोल पंप के कर्मचारी बदलने जितना आसान है क्या, पाटील का महाडिक पर पलटवार 
पालक मंत्री बदलना पेट्रोल पंप के कर्मचारी बदलने जितना आसान है क्या, पाटील का महाडिक पर पलटवार 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा नेता तथा पूर्व सांसद धनंजय महाडिक की कोल्हापुर के पालक मंत्री बदलने की मांग पर प्रदेश के गृह राज्य मंत्री तथा जिले के पालक मंत्री सतेज पाटील ने पलटवार किया है। पाटील ने कहा कि जिले का पालक मंत्री बदलना पेट्रोल पंप के कर्मचारी के बदलने के जितना आसान है क्या? पाटील ने कहा कि महाडिक ने मुझे निष्क्रिय कहा है लेकिन कोरोना संकट में मैं कितना सक्रिय था और वे कितने सक्रिय थे यह कोल्हापुर के लोगों ने देखा है। पाटील ने कहा कि महाडिक सक्रिय थे शायद इसलिए लोकसभा चुनाव में कोल्हापुर की जनता ने पौने तीन लाख वोटों से हराकर उन्हें निष्क्रिय कर दिया। लोकसभा चुनाव हारे एक साल से ज्यादा समय हो गया है लेकिन अभी तक महाडिक ने दिल्ली का बंगला नहीं छोड़ा है। आखिर उन्होंने अभी तक बंगला अपने पास क्यों रखा है। वहीं प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने कहा कि महाडिक को बिल में से बाहर आना चाहिए।

कोरोना संकट में पांच महीने से लगातार डॉक्टर, नर्स, सफाई समेत अन्य कर्मचारी अथक प्रयास कर रहे हैं। किसी कोरोना मरीज को बेड नहीं मिलने पर हम लोग बैचेन हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में इस तरह की मांग करना उचित नहीं है। इससे पहले महाडिक ने कहा था कि कोल्हापुर के पालक मंत्री पाटील की निष्क्रियता के कारण जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसलिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को मुश्रीफ को कोल्हापुर का पालक मंत्री बनाना चाहिए। 

Created On :   16 Aug 2020 6:56 PM IST

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