डांस, बॉस्केट बॉल और पेंटिंग में अपनी प्रतिभा निखा रहे बच्चे

दैनिक भास्कर का समर कैम्प में उत्साह से ले रहे हिस्सा डांस, बॉस्केट बॉल और पेंटिंग में अपनी प्रतिभा निखा रहे बच्चे

 डिजिटल डेस्क सतना। पन्ना रोड स्थित ब्लूम्स एकेडमी स्कूल में दैनिक भास्कर द्वारा आयोजित समर कैम्प समाप्ति की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे समर कैम्प में बच्चों के साथ-साथ उनके पैरेंट्स का उत्साह दोगुना हो रहा है। समर कैम्प में बच्चे डांस, स्पोकेन इंग्लिश, कराते, बॉस्केट बॉल, बॉलीवॉल पेंटिंग के हुनर सीख चुके हैं। जिससे उनकी आत्मशक्ति में निखार आता जा रहा है। या यू कहें कि टीचरों की मेहनत रंग लाती जा रही है। उनका सिखाया आज बच्चों के काम आने लगा है। वे अंदर से फीलगुड महसूस कर रहे हैं, दिन प्रतिदिन उनमें टैलेंट बढ़ता जा रहा है।
डांस की मस्ती
बड़े ही जोस और उत्साह के पहले दिन जिस प्रकार से दैनिक भास्कर समर कैम्प की शुरुआत हुई थी वही ऊर्जा आज भी प्रतिभागियों के साथ टीचरों में भी देखने को मिल रही है। डांस की धूम मची हुई है। डांस सीखने के लिए टीन एजर्स के साथ-साथ यंगस्टर्स डांस के हर दिन नए स्टेप सीखने के साथ कई तरह की नए म्यूजिक में डांस करने के तरीके सीख चुके हैं।
समर की छुट्टियों का फुल इंज्वाय
भले ही भास्कर समर कैम्प बच्चों के लिए इस गर्मी की छुट्टियों में सीखने और सीखाने की क्लास को लेकर आता है पर इसके साथ उन्हे फुल इंज्वाय करने का मौका भी देता है जिससे उन्हे बोरियत का न तो एहसास होता है और ना ही छुट्टियों के खराब होने का दु:ख होता है। बस उन्हे यहां बिताए पल की हर दम याद रहती है कि कैसे उनके यहां मस्ती भरे पल नए दोस्तों के बीच बीते उनके साथ उन्होंने क्या नया कुछ सीखा और कैसे यहां उन्होंने एक साथ पल बिताए।
सेल्फ डेवलप
कराते के टीचर के साथ इन दिनों उनके गाईडेंस में चिल्ड्रेंस पर्सनाल्टी डेवलपमेंट के सेल्फ डिफेंस के साथ पॉजिटिव चेंजेस लाने के कई हुनर सीखे इसके अलावा खतरा महसूस होने पर हमें क्या करना चाहिए इसके  भी बेहतर उपाय उन्होंने जाना। यहां तक ही स्र्पोट्स में आकर कैसे करियर की राह बनाई जा सकती है यह भी बच्चे इन दिनो कराते टीचर से सीख चुके हैं।
 स्पीकिंग हुई परफेक्ट
स्पोकेन इंग्लिश की क्लास लेकर बच्चों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। वे इतना फै्रंडली होकर इंग्लिश स्पोकेन, इंग्लिश ग्रामर और पर्सनाल्टी डेवलपमेंट के फण्डे सीख रहे हैं कि उनके अंदर अंग्रेजी से बात करने की घबड़ाहट दूर होती जा रही है। बच्चे छोटे- छोटे ही वाक्य ही सही पर उसे बोलने के लिए इंग्लिश का ही उपयोग करते हैं।

Created On :   7 May 2022 10:31 PM IST

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