बार और बैंच के समन्वय से ही नागरिकों को मिलेगा त्वरित न्याय - वर्चुअल पदभार ग्रहण समारोह में बोले चीफ जस्टिस

Citizens will get speedy justice only through coordination of bars and benches - said Chief Justice
बार और बैंच के समन्वय से ही नागरिकों को मिलेगा त्वरित न्याय - वर्चुअल पदभार ग्रहण समारोह में बोले चीफ जस्टिस
बार और बैंच के समन्वय से ही नागरिकों को मिलेगा त्वरित न्याय - वर्चुअल पदभार ग्रहण समारोह में बोले चीफ जस्टिस

डिजिटल डेस्क जबलपुर । हाईकोर्ट के 26वें चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक ने सोमवार को वर्चुअल पदभार ग्रहण समारोह में कहा कि कोरोना काल में बार और बैंच के बीच बेहतर समन्वय से ही नागरिकों को त्वरित न्याय मिलना संभव हो पाएगा। इसके पूर्व भी बार और बैंच के परस्पर सहयोग से न्यायिक प्रक्रिया गतिमान रही। इस मौके पर हाईकोर्ट के जस्टिस संजय यादव, प्रकाश श्रीवास्तव, सुजय पॉल, नंदिता दुबे, विजय कुमार शुक्ला  सहित सभी जज मौजूद थे। चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक ने कहा कि मप्र हाईकोर्ट का देश भर में नाम है। यहाँ की गौरवशाली परंपरा और इतिहास रहा है। मप्र हाईकोर्ट के जस्टिस हिदायतुल्ला, जेएस वर्मा, आरसी लाहोटी और दीपक मिश्रा ने सीजेआई तक का सफर पूरा किया है। वर्तमान में मप्र हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रहे शरद अरविंद बोबडे देश के सीजेआई हैं। मप्र हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनना सौभाग्य की बात है। उनका पूरा प्रयास रहेगा कि वे भी अच्छे से अच्छा काम कर सकें। वर्चुअल पदभार ग्रहण समारोह में महाधिवक्ता पुरुषेन्द्र कौरव, स्टेट बार कौंसिल के चेयरमैन डॉ. विजय चौधरी, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमन पटेल, हाईकोर्ट एडवोकेट्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज शर्मा, असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल जेके जैन और सीनियर एडवोकेट एसोसिएशन की ओर से आदित्य अधिकारी ने चीफ जस्टिस के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में रजिस्ट्रार जनरल राजेन्द्र कुमार वाणी सहित रजिस्ट्री के सभी अधिकारी मौजूद थे। 
हाईकोर्ट में जल्द होंगे प्रत्यक्ष सुनवाई शुरू करने के प्रयास 
चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक ने कहा कि हाईकोर्ट में जल्द ही प्रत्यक्ष सुनवाई शुरू करने का प्रयास शुरू किया जाएगा। चीफ जस्टिस ने यह आश्वासन स्टेट बार कौंसिल के प्रतिनिधि मंडल को दिया। स्टेट बार कौंसिल के सदस्य मनीष दत्त, मनीष तिवारी, रामेश्वर नीखरा, आरके सिंह सैनी, अहादुल्ला उस्मानी, राधेलाल गुप्ता, शैलेन्द्र वर्मा और सचिव प्रशांत दुबे ने सोमवार को चीफ जस्टिस से मुलाकात कर बताया कि लॉकडाउन से ही हाईकोर्ट में प्रत्यक्ष सुनवाई बंद है। इससे वकीलों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। चीफ जस्टिस ने कहा कि वे वकीलों की परेशानियों से परिचित हैं। जल्द ही प्रत्यक्ष सुनवाई शुरू करने का प्रयास किया जाएगा।
 

Created On :   5 Jan 2021 9:02 AM GMT

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