कबाड़ में चली गई डेढ़ करोड़ की मशीन- अब निजी कंपनी करेगी जिला अस्पताल में सीटी स्केन

City scan is going to done by Siddhartha MRI city scan group
कबाड़ में चली गई डेढ़ करोड़ की मशीन- अब निजी कंपनी करेगी जिला अस्पताल में सीटी स्केन
कबाड़ में चली गई डेढ़ करोड़ की मशीन- अब निजी कंपनी करेगी जिला अस्पताल में सीटी स्केन

डिजिटल डेस्क, सतना। जिला अस्पताल में मरीजों का सिटी स्केन अब सिद्धार्थ एमआरआई एण्ड सिटी स्केन ग्रुप रायपुर करेगा। इस व्यवस्था के बाद नैदानिक केन्द्र में करीब 5 साल पहले लगाई गई डेढ़ करोड़ रुपए की सरकारी सिटी स्केन मशीन कबाड़ में चली गई। सोमवार को पुरानी खराब मशीन को निकालकर ठेका कम्पनी की मशीन को लगाने का काम भी शुरू हो गया। मुमकिन है कि हफ्ते भर के भीतर रीजनल डायग्नोस्टिक सेंटर में सिटी स्केन की कमान आउटसोर्स के हाथों में होगी।

गौरतलब है कि खरीदी से जुड़े हुए लोंगों की कमीशनखोरी की दुष्प्रवृत्ति के कारण मंहगी मशीनों का मेंटेनेंस नहीं हो पोता है जिसका खामियाजा गरीब मजदूरों को भोगना पड़ता है।

साढ़े 3 लाख से हो सकता था सुधार
गौरतलब है कि जिला अस्पताल में करीब वर्ष 2013 में सिटी स्केन मशीन स्थापित की गई थी। मगर यह जुलाई 2015 में खराब हो गई। मशीन को कई बार बनवाया गया मगर फिर खराब हो गई। अंतत: अस्पताल प्रबंधन ने भी सिटी स्केन के मरम्मतीकरण से हाथ खींच लिए। दरअसल, इंजीनियरों ने जीई कम्पनी के इस मशीन को बनाने के लिए साढ़े 3 लाख रुपए का खर्चा बताया था, मगर अस्पताल में खरीदी शाखा से जुड़े कर्मचारियों की नीयत नई मशीन को खरीदने की थी ताकि मोटा कमीशन उगाहा जा सके। सरकार ने नई मशीन खरीदने की इजाजत दी नहीं और अस्पताल प्रबंधन ने पुरानी मशीन बनवाई नहीं।

सिद्धार्थ को मिला काम
अब प्रदेश में 51 जिलों के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटलों में सिटी स्केन मशीन लगाने की जिम्मेदारी सिद्धार्थ् को मिल गया है। मशीन लगाने के साथ-साथ ये ही मरीजों का सिटी स्केन करेंगे जबकि मरीज सरकार द्वारा निर्धारित फीस चुकाकर अपनी जांच करा सकेगा। सामान्य राशनकार्ड धारी मरीज को सिटी स्केन कराने के लिए 22 सौ रुपए चुकाने होंगे जबकि बीपीएल मरीजों के लिए फिलहाल कोई गाइडलाइन नहीं आई है। सोमवार को पुरानी मशीन को निकालकर नई मशीन लगाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई।

 

Created On :   12 Jun 2018 2:48 PM IST

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