- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- एंजियोप्लास्टी के बाद डाले गए स्टंट...
एंजियोप्लास्टी के बाद डाले गए स्टंट पर नहीं मिला क्लेम
पीडि़त का आरोप - एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस लगवा रही चक्कर, हो कार्रवाई
डिजिटल डेस्क जबलपुर । बीमा कंपनी से पॉलिसी धारकों को काफी उम्मीद हुआ करती है कि जरूरत में काफी मदद मिलेगी पर इंश्योरेंस कंपनी जो वादे पॉलिसी बेचते वक्त करती है उन वादों में कभी भी वह खरी नहीं उतरती। ऐसे ही अनेक आरोप पॉलिसी धारकों के द्वारा लगाए जा रहे हैं। बीमित व्यक्तियों का कहना है कि जब उन्हें अस्पताल में कैशलेस की जरूरत पड़ी, तो वहाँ पर सहयोग नहीं मिला। अस्पताल में उन्हें पूरा बिल जमा करना पड़ा। उसके बाद जब बीमा कंपनी में बिलों के भुगतान के लिए क्लेम किया गया तो वहाँ तरह-तरह के कागजात माँगे गए। अस्पताल से सारे दस्तावेज लाकर दिए गए और उसके बाद अचानक यह कह दिया जाता है कि आपको जो बीमारी थी वह पुरानी थी, इसलिए हम क्लेम नहीं दे सकते हैं। पीडि़त पुराने रिकॉर्ड भी लेकर जाता है कि उसे पुरानी बीमारी है उसके बाद भी किसी तरह का सहयोग बीमा कंपनी नहीं दे रही है और क्लेम सेटल करने की बजाय फाइल ही वापस कर रही है।
बीमा से संबंधित समस्या बताएँ इन नंबरों पर
इस तरह की समस्या यदि आपके साथ भी है तो आप दैनिक भास्कर, जबलपुर के मोबाइल नंबर - 9425324184, 9425357204 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी बात रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में भास्कर द्वारा आपकी आवाज को खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।
केस.1 -सारी जाँच के बाद क्लेम देने से किया मना
घमापुर शीतलामाई निवासी एके रैदास ने बताया कि उन्होंने एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस से हेल्थ पॉलिसी ले रखी है। 13 जनवरी को अचानक तकलीफ होने के कारण उन्होंने सिटी अस्पताल में चैकअप कराया तो हार्ट में प्राबलम की शिकायत बताई गई। उन्होंने बीमा कंपनी का कैशलेस कार्ड दिया तो अस्पताल प्रबंधन ने मना कर दिया, चूँकि दिक्कत अधिक हो रही थी तो एंजियोप्लास्टी के बाद तीन स्टंट चिकित्सकों द्वारा डाले गए। अस्पताल से इलाज के बाद उन्होंने सारे बिलों का भुगतान किया और उसके बाद बीमा कंपनी में क्लेम किया। बीमा कंपनी ने सारे दस्तावेज माँगे और जाँच करने के लिए टीम भी आई। टीम ने जाँच के बाद कहा था कि जल्द ही बीमा क्लेम सेटल कर दिया जाएगा, पर अचानक फोन आया कि हम आपको क्लेम नहीं दे सकते हैं। वे लगातार टोल-फ्री नंबर पर संपर्क कर रहे हैं पर किसी तरह की सुनवाई नहीं हो रही है।
केस.2 - नॉमिनी को नहीं दिया गया आज तक क्लेम
कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद जागृति नगर राम मंदिर अमखेरा निवासी राम गरीब पटैल को परिजनों ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया था। अस्पताल में इलाज के दौरान 21 अक्टूबर 2021 को मौत हो गई थी। राम गरीब की एलआईसी की पॉलिसी थी। पॉलिसी में नॉमिनी उनकी पत्नी श्रीमती रामकली पटैल हैं। रामकली पटैल के द्वारा एलआईसी में मृत्यु प्रमाण-पत्र सहित सारे दस्तावेज विजय नगर एलआईसी के ऑफिस में प्रस्तुत कर दिए गए हैं पर आज तक उन्हें क्लेम नहीं मिला। पीडि़त परिवार लगातार एलआईसी ऑफिस के चक्कर लगा रहा है पर वहाँ से कोई जवाब नहीं मिल रहा है। एजेंट के माध्यम से पता कराने पर यह कहा जा रहा है कि पॉलिसी क्लेम सेटलमेंट के लिए गई है, लेकिन वह फाइल किस ऑफिस गई इसका जवाब किसी के पास नहीं हैं। टोल-फ्री नंबर पर भी सही जानकारी नहीं दी जा रही है।
पुलिस अधिकारी
का निकला नंबर
एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया तो उक्त नंबर किसी पुलिस अधिकारी का निकला। इसके बाद टोल-फ्री नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उक्त नंबर भी नहीं लगा। वहीं एलआईसी के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया पर फोन रिसीव नहीं हुआ।
Created On :   25 May 2021 3:42 PM IST