डेढ़ साल के बेटे को लेकर उद्धव के बयान से दुखी हुए सीएम पुत्र, सांसद शिंदे का उद्धव को मार्मिक पत्र 

CM son saddened by Uddhavs statement regarding one and a half year old son
डेढ़ साल के बेटे को लेकर उद्धव के बयान से दुखी हुए सीएम पुत्र, सांसद शिंदे का उद्धव को मार्मिक पत्र 
उठाया सवाल डेढ़ साल के बेटे को लेकर उद्धव के बयान से दुखी हुए सीएम पुत्र, सांसद शिंदे का उद्धव को मार्मिक पत्र 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवाजी पार्क में आयोजित शिवसेना की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा मुख्यमंत्री के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे के बेटे को लेकर की गई टिप्पणी पर श्रीकांत शिंदे ने दुख जताया है। उन्होंने उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा कि आप के बयान से अत्यंत व्यथित हो कर मैं यह पत्र लिख रहा हूं। बुधवार को दशहरा रैली में उद्धव ने कहा था कि एकनाथ शिंदे अब अपने पोते को भी नगर सेवक बना दें। सांसद शिंदे ने अपने पत्र में कहा है कि यह खत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का सांसद बेटा नहीं बल्कि डेढ़ साल के बालक रुद्रांश शिंदे का पिता लिख रहा है। महाराष्ट्र ने आपके मुख से जो कुछ देखा और सुना है, उसे ध्यान में रखते हुए, मैं आज आपको यह पत्र अत्यंत व्यथित हृदय से लिख रहा हूं। शुरुआत में ही मेरा आपसे अनुरोध है कि मेरे इस पत्र को ध्यान से पढ़ें।

शिंदे ने पत्र में कहा कि कल हमारी-शिवसेना की दशहरा रैली बीकेसी मैदान पर धूमधाम से हुई। आपने भी शिवाजी पार्क में सभा की। अपनी राजनीतिक स्थिति पेश करना, विरोधियों की आलोचना करना राजनीति में होता है। मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है। आप ही जानते हैं कि कल की बैठक में आपने हिंदुत्व के कौन से विचार व्यक्त किए। मैं आप से सिर्फ यह पूछना चाहता हूं, क्या आपको अपने जोशीले भाषण में डेढ़ साल के बच्चे को घसीटना अच्छा लगता है? उद्धवजी, क्या आपको याद है कि आपने कल क्या कहा था? आपको याद है कि आपने मेरे बेटे रुद्रांश का जिक्र कैसे किया था? आपने हद कर दी। मेरे रुद्रांश का जिक्र करते हुए आपने कहा कि ‘नगरसेवक के पद पर उसकी नजर है'। उस बच्चे की आंखें तो केवल और केवल मासूमियत से भरी हैं। आदरणीय बालासाहेब भी विरोधियों की तीखी आलोचना करते थे, लेकिन उन्होंने कभी भी गंदी टिप्पणी नहीं की। श्रीकांत ने पत्र नें लिखा है कि ‘उद्धवजी, मेरे पिता राज्य के मुख्यमंत्री हैं, मैं एक सांसद हूं; लेकिन आखिरकार हम भी मांस और रक्त व भावनाओं वाले इंसान हैं। क्या आपको अंदाजा है कि आपके के बयान से हमारा परिवार कितना स्तब्ध है? आपने जो कहा, उसे सुनकर बच्चे की मां और दादी दोनों बहुत आहत हुईं। उनकी आंखों में आंसू छलक आए।   


 

Created On :   6 Oct 2022 9:13 PM IST

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