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भाजपा को सत्ता में आने से रोकने आघाडी के साथ घटक दल, मुस्लिम आरक्षण पर भी हुई चर्चा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही राकांपा-कांग्रेस ने शुक्रवार को अपने मित्रदलों के साथ बैठक की। बैठक में सभी मित्र दलों ने भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए शिवसेना के साथ सरकार बनाने पर सहमति दी हालांकि इस दौरान विचारधारा को लेकर विरोध के कुछ स्वर भी उठे। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने कहा कि महाविकास आघाडी सरकार मुस्लिम आरक्षण का वादा निभाए। इस पर शिवसेना अपनी भूमिका साफ करे। विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे के सरकारी आवास पर हुई बैठक के बाद प्रदेश राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि हमारे सभी घटक दलों ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए एकजुट होने का फैसला किया है। भाजपा को छोड़ कर सभी छोटे बड़े दल हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि आघाडी के घटल दलों के बीच सहमति बन गई है। अब शिवसेना के साथ बातचीत के बाद सरकार बनाने के बारे में अंतिम फैसला ले लिया जाएगा।
मुस्लिम आरक्षण पर साफ हो भूमिकाः आजमी
कांग्रेस-राकांपा आघाडी के घटक दल समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विधायक आजमी ने कहा कि भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए हम शिवसेना को समर्थन देने को तैयार हैं। हमनें बैठक में कहा कि कुछ शर्तों के साथ ही शिवसेना के साथ गठबंधन होना चाहिए। उसमें मुस्लिम आरक्षण एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे पहले भी मुस्लिम आरक्षण का समर्थन किया है। इस लिए इस सरकार को पहले मुस्लिम आरक्षण की बाबत फैसला लेना चाहिए। गौरतलब है कि पिछली भाजपा-शिवसेना युति सरकार ने अपरोक्ष रुप से मुस्लिम आरक्षण देने से इंकार कर दिया था। इसके पहले कांग्रेस-राकांपा सरकार ने मराठा आरक्षण के साथ ही मुस्लिमों को पांच आरक्षण देने का फैसला लिया था लेकिन बाद में सरकार बदलने के बाद मराठा आरक्षण मिला पर मुस्लिम आरक्षण का मसला ठंढे बस्ते में चला गया। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्विराज चव्हाण, माणिकराव ठाकरे, अजित पवार, राजू शेट्टी, छगन भुजबल, जोगेंद्र कवाडे, अनिल गोटे, एड सुरेश माने आदि शामिल हुए।
Created On :   22 Nov 2019 6:24 PM IST