संभाग मुख्यालय में आला अफसरों की नाक के नीचे ठेका कंपनी की मनमानी
डिजिटल डेस्क,शहडोल। शहर में सीवर लाइन निर्माण का काम दिसंबर 2021 में शुरु होने के बाद 16 माह में महज 25 प्रतिशत ही पूरा हो सका। अब शेष 75 प्रतिशत काम पूर्ति के लिए दिसंबर 2023 तक का समय है, यानी 8 माह ही शेष। सरकारी काम में ठेकेदार की मनमानी, लेटलतीफी और समय पर काम पूरा नहीं होने से नागरिकों की दिक्कतें बढ़ गई है। खराब सडक़ के कारण बुजुर्ग व बच्चे दुघर्टना के शिकार होकर चोटिल हो रहे हैं तो संभाग मुख्यालय में कमिश्नर, कलेक्टर व दूसरे अधिकारियों की नाक के नीचे सरकारी काम की गति धीमी है जो व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।
फैक्ट फाइल
228 किलोमीटर में बिछेगा सीवर लाइन का जाल 90 किलोमीटर का काम हुआ, इसमें 25 किमी कच्ची सडक़
13 किलोमीटर सीसी सडक़ और 8 किमी में डामर काम होना शेष 10 किलोमीटर का क्षेत्र ऐसा जहां काम पूरा होने के बाद गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
मनमानी का बड़ा उदाहरण : ठेका कम्पनी के पास डामर प्लांट नहीं फिर भी सडक़ खोदी, 5 माह बाद भी ठीक नहीं हुई। शहर में लगभग 8 किलोमीटर सडक़ ऐसी है, जहां पहले डामर की सडक़ थी। सीवर लाइन बनाने वाली ठेका कंपनी ने पाइप लाइन बिछाने के लिए सडक़ खोदी। अब 5 माह बाद भी वापस ठीक नहीं की। नागरिकों ने लेटलतीफी पर कार्रवाई की मांग की तो पता चला कि ठेका कंपनी के पास डामर प्लांट ही नहीं है। नोटिस के बाद ठेका कंपनी जल्द प्लांट लगाने की बात कहती है, लेकिन 5 माह में प्लांट नहीं लग सका। नागरिकों की आवागमन में मजबूरी का फायदा उठाते हुए कंपनी ने नियम को ताक पर रखकर कई स्थानों पर सीसी ढलाई कर दी।
वार्ड 23 पुराना आरटीओ गली
6 माह से ज्यादा समय हो गए। पाइप लाइन बिछाने के बाद सडक़ ठीक नहीं होने से नागरिक परेशान हैं।
पंचायती मंदिर रोड पहुंच मार्ग पाइप लाइन बिछाने के लिए 3 माह पहले सडक़ खुदाई हुई, अब तक ठीक नहीं हुई। वार्ड क्रमांक 22 तीन माह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी ठेका कंपनी ने आधी सडक़ ही ठीक की, काम शेष होने से बढ़ी दिक्कतें।
Created On :   10 April 2023 6:16 PM IST