- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- कार्याध्यक्ष नियुक्त होते ही सूरज...
कार्याध्यक्ष नियुक्त होते ही सूरज सिंह ठाकुर का इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। युवक कांग्रेस अध्यक्ष चुनने के लिए पहले मतदान और फिर दिल्ली में हुए इंटरव्यू के महिनों बाद रिजल्ट आया, तो पार्टी में विवाद पैदा हो गया। मुंबई युवक कांग्रेस के नेता सूरज सिंह ठाकुर की दावेदारी को नकारते हुए पार्टी नेतृत्व ने कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दिकी को मुंबई युवक कांग्रेस का अध्यक्ष और ठाकुर को कार्याध्यक्ष घोषित किया पर इससे नाराज ठाकुर ने कार्याध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। महिनों से चल रही चुनाव प्रक्रिया के बाद बीते फरवरी में युवक कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव का परिणाम सामने आया था। इसमे पहले क्रमांक पर मुंबई की बांद्रा (पूर्व) सीट से कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी, दूसरे क्रमांक पर एनएसयूआई के मुंबई अध्यक्ष रहे सूरज सिंह ठाकुर और तीसरे क्रमांक पर वस्त्रोद्योग मंत्री असलम शेख के दामाद सैफ खान थे। मतदान में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाले तीन उम्मीदवारों में से किसी एक को हाईकमान के आदेश पर मुंबई यूथ कांग्रेस की कमान सौंपी जानी थी। इसके लिए दिल्ली में इंटरव्यू भी हुआ था। राज्य के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान को 80 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं जबकि उन्हें टक्कर देते हुए ठाकुर ने भी 74 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए थे।
खत्म नहीं हो सकी भाई-भतीजावाद की परंपरा
वर्षो पहले राहुल गांधी ने यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों का चुनाव मतदान के जरिए किए जाने की परंपरा शुरू की थी। इसके पीछे उनकी मंशा पार्टी पर लगने वाले भाई-भतीजा वाद के आरोप को खत्म करना था, लेकिन मुंबई युवक कांग्रेस के चुनाव में जिन तीन उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा वोट मिले थे, उनमें सूरज सिंह ठाकुर इकलौते उम्मीदवार थे, जो अपनी मेहनत के बल पर छात्र राजनीति से राजनीतिक पारी शुरू करते हुए यहां तक पहुंचे हैं। समझा जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी एक धर्म विशेष की पार्टी होने का लेबल हटाने के लिए उत्तरभारतीय युवक ठाकुर को मुंबई युवक कांग्रेस की कमान सौपेगी पर ऐसा नहीं हो सका। राहुल गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में ठाकुर ने कहा है कि वे बगैर पद के पार्टी के लिए पहले की तरह जी जान से काम करते रहेंगे।
Created On :   25 Aug 2021 8:22 PM IST