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सहकारी क्षेत्र को आरबीआई के ऐतिहासिक फैसले का इंतजार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। घोटाले की वजह से मुश्किल में पड़े अमरावती के पूर्व शिवसेना सांसद आनंद राव अडसूल की अध्यक्षता वाले बैंक ‘सिटी को ऑपरेटिव बैंक’ में नए निवेश की प्रक्रिया शुरु हो गई है। मुंबई की फाइनेंस कंपनी धनवर्षा ग्रुप इस बैंक में 230 करोड़ का निवेश कर रही है। इसको लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पास सभी जरुरी कागजात जमा करा दिए गए हैं। अब आरबीआई के फैसले का इंतजार है। बैंकिंग रेगुलेशन अमेंडमेंट एक्ट 2020 के अनुसार बैंक की शेयर पूंजी में 230 करोड़ रुपये के निजी प्लेसमेंट के लिए एक समझौते द्वारा सिटी कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड मुंबई को पुनर्जीवित करने के लिए धनवर्षा समूह द्वारा आरबीआई के सामने प्रस्ताव पेश किया गया है। इसके लिए कुछ अनिवार्य दस्तावेजों की माग की गई थी। सभी दस्तावेज आरबीआई और सहकारिता मंत्रालय को भेजे दिए गए हैं। इस बारे में धनवर्षा समूह के अध्यक्ष अंशुमान जोशी का कहना है कि सिटी कोऑपरेटिव बैंक के पुनरुद्धार के लिए अपना प्रस्ताव प्रस्तुत करने के बाद, हम आरबीआई के जवाब का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि आरबीआई और सहकारिता विभाग को बड़े पैमाने पर जमाकर्ताओं हित के मद्देनजर बीमार सहकारी बैंकों के पुनरुद्धार के लिए लीक से हटकर सोचने की जरूरत है। साथ ही निजी निवेशकों के लिए इस क्षेत्र को खोला जाना चाहिए।
Created On :   8 Sept 2022 9:28 PM IST