कोरोना इफैक्ट - कक्षाएँ ही नहीं लगीं तो किस बात की वसूली जा रही फीस 

Corona Effect - If the classes were not started, then what is the fee going to be collected
कोरोना इफैक्ट - कक्षाएँ ही नहीं लगीं तो किस बात की वसूली जा रही फीस 
कोरोना इफैक्ट - कक्षाएँ ही नहीं लगीं तो किस बात की वसूली जा रही फीस 

रादुविवि में छात्र-छात्राओं ने उठाई नो क्लास, नो फीस की माँग
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय सहित इससे सम्बद्धता प्राप्त महाविद्यालयों (ऑटोनॉमस को छोड़कर) के विद्यार्थी नो क्लास... नो फीस की आवाज बुलंद कर रहे हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि जब विवि में नियमित कक्षाएँ ही नहीं लगीं तब किस तरह विवि प्रशासन हजारों की फीस विद्यार्थियों से वसूल रहा है।  विवि में छात्र संघ प्रभारी सोमदत्त यादव के अनुसार  विभिन्न विषयों की सेमेस्टर कक्षाओं की फीस 5 हजार से शुरू होकर 10 हजार तक प्रति सेमेस्टर निर्धारित है। फार्मेसी के रेग्युलर विद्यार्थी को सालाना 45 हजार फीस  जमा करनी पड़ती है। विवि व अन्य महाविद्यालयो में नियमित कक्षाएँ न लगने की सूरत में बतौर रेग्युलर छात्र वसूली जाने वाली फीस से  विद्यार्थियों को राहत देनी चाहिए। 
ज्यादातर विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्रों के
 बताया जा रहा है कि  विवि ने ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन किया था, जिसमें 45-45 मिनट के सिर्फ एक या दो पीरियड ही रोजाना लगाए जाते थे। चूँकि विवि में अध्ययनरत ज्यादातर विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्रों के हैं जहाँ नेटवर्क सबसे बड़ी समस्या होती है। ऐसे विद्यार्थी ऑनलाइन कक्षाओं का फायदा उठा ही नहीं पाए। साथ ही लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थियों के अभिभावकों पर रोजगार का भी संकट आन खड़ा हुआ, ऐसे में वे विवि की फीस जमा करने में खुद को असमर्थ बता रहे हैं।
अंतिम वर्ष को छोड़ मिला जनरल प्रमोशन
कोरोना के चलते मार्च में लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही महाविद्यालयों-कॉलेजों में कक्षाएँ लगना बंद कर दी गई थीं जिसका असर अब तक कक्षाओं के नियमित अध्यापन पर दिख रहा है। किसी भी सेमेस्टर के अंतिम विषय को छोड़कर बाकी सेमेस्टर के विद्यार्थियों को वर्ष 2020 में जनरल प्रमोशन दिया गया है। अंतिम सेमेस्टर व अंतम ईयर परीक्षाओं में विद्यार्थियों के ओपन बुक एग्जाम लिए गए थे। यही कारण है कि विद्यार्थियों से पूरी फीस वसूलना औचित्यहीन लग रहा है। 
इनका कहना है
जो फीस ली जा रही है वो शासन के निर्देश पर ली जा रही है। गत पाँच सालों से फीस शुल्क में वृद्धि नहीं की गई है। जिन विद्यार्थियों या अभिभावकों को शिकायत है वे आकर मुझसे चर्चा करें। 
-प्रो. कपिलदेव मिश्र, कुलपति रादुविवि 

Created On :   10 Feb 2021 9:59 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story