शैल्बी अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, लापरवाही का आरोप भी लगाया

Corona patient dies in Shelby hospital, family commits ruckus, negligence
शैल्बी अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, लापरवाही का आरोप भी लगाया
शैल्बी अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, लापरवाही का आरोप भी लगाया

अहिंसा चौक के आसपास रहा अफरा-तफरी का माहौल, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद शांत हुए परिजन
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
बुधवार को विजय नगर अहिंसा चौक स्थित शैल्बी अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि अस्पताल ने इलाज में लापरवाही की और मरीज की मृत्यु होने के बाद बकाया बिल का भुगतान करने दबाव बनाया। इतना ही नहीं, परिजन एक दिन पूर्व ही डिस्चार्ज लेकर किसी दूसरे अस्पताल में इलाज कराना चाहते थे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने पहले तो डिस्चार्ज करने से मना किया और जैसे-तैसे तैयार हुए तो उसी दिन मरीज को कार्डियक अरेस्ट आ गया और मृत्यु हो गई। हंगामे की जानकारी के बाद पुलिस ने मामला शांत कराया। 
उल्टी होने की शिकायत के बाद हुए थे एडमिट  
हनुमानताल निवासी मृतक की पत्नी नीता तिवारी ने बताया उनके 52 वर्षीय आयुर्वेद चिकित्सक पति को 5 दिन पहले उल्टी होने की शिकायत के बाद शैल्बी अस्पताल लाया गया था, जहाँ अस्पताल ने कोविड टेस्ट कराकर उन्हें कोरोना आईसीयू वार्ड में एडमिट कर दिया। इसके बाद एक बार भी न तो वीडियो काल और न ही सामान्य काल से मरीज से बात कराई गई। मंगलवार को जब मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए डिस्चार्ज की माँग  की, तब डॉक्टर्स ने यह कहकर डिस्चार्ज नहीं किया कि यहीं ठीक हो जाएँगे। इसके बाद डॉक्टर्स ने बताया कि करीब 6 बजे उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया और वेंटीलेटर पर रख िदया गया। रात में परिजनों को उनकी मृत्यु होने की जानकारी दी । परिजनों ने यह भी बताया कि अंतिम संस्कार के लिए जब शव नगर निगम को सौंपा गया, तब मुँह से खून भी आ रहा था, जो कि संदेहस्पाद है।  बताया जाता है कि मृतक अपने घर में कमाने वाले एक मात्र व्यक्ति थे, उनकी मृत्यु के बाद परिवार पर भी आर्थिक संकट आ गया है। 
गंभीर थी मरीज की स्थिति हर संभव इलाज दिया 
वहीं अस्पताल के डिप्टी सीईओ इरशाद खान का कहना है मरीज को जब भर्ती किया गया था, तब उनका ऑक्सीजन लेवल बहुत कम था, स्थिति बहुत क्रिटिकल थी। इसके बाद आईसीयू में भर्ती किया।  परिजनों का सभी तरह की जानकारी दी गई थी। डॉक्टर्स ने हर संभव इलाज किया। परिजनों ने मंगलवार को डिस्चार्ज देने की बात कही थी, जिसके कुछ ही देर बाद उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया और डेथ हुई। प्रोटाकाल के मुताबिक नगर निगम को जानकारी दी गई और शव को अंतिम संस्कार के लिए सौंपा गया। बिल की बकाया राशि भी नहीं ली गई।
 

Created On :   1 April 2021 2:18 PM IST

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