भोपाल से कैमोर आया कोरोना पॉजिटिव बेटा, पूरा मोहल्ला सीज

Corona positive son came to camor from Bhopal, complete locality
भोपाल से कैमोर आया कोरोना पॉजिटिव बेटा, पूरा मोहल्ला सीज
भोपाल से कैमोर आया कोरोना पॉजिटिव बेटा, पूरा मोहल्ला सीज


डिजिटल डेस्क कटनी। नेशनल हेल्थ मिशन भोपाल से पांच दिन पहले आए कोरोना पाजिटिव कर्मचारी ने सहित कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण मामले में कैमोर सहित पूरे कटनी जिले को हाई अलर्ट जोन में शामिल कर दिया। उस कर्मचारी की जानकारी भी भोपाल से मिलते ही हडक़म्प स्वास्थ्य विभाग में मच गया। सूचना मिलते ही रैपिड  रिस्पांस टीम परिजनों का सेम्पल लेेने कैमोर पहुंच गई। कर्मचारी के गृह निवास के आसपास भाटिया मोहल्ले को प्रशासन ने सीज कर दिया। वहीं कैमोर सहित विजयराघवगढ़ व बरही को टोटल लॉक डाउन घोषित किया है।
माता-पिता को छोडऩे आया था कर्मचारी-
एनएचएम भोपाल में पदस्थ आईटी कंसल्टेंट राजकुमार पांडेय दो अप्रेल को चार पहिया वाहन से माता-पिता को लेकर कैमोर आया था। रात भर रुकने के बाद तीन अप्रेल को भोपाल वापस हो गया। भोपाल पहुचने के बाद जांच में राजकुमार का सैम्पल कोरोना वायरस पाजिटिव पाया गया एवं जिस वाहन में आया था। भोपाल से अलर्ट जारी होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और उसके परिवार का सेम्पल लेने रैपिड रिस्पांस टीम एवं विजयराघवगढ़ अस्पताल के स्टाफ को कैमोर भेजा। स्वास्थ्य विभाग ने कैमोर अस्पताल के कर्मचारियों को एडवाजरी जारी कर किसी को भी छूने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
एक दिन पहले ही पॉजिटिव आई थी रिपोर्ट-
सीएमएचओ डॉ.एस.के.निगम के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भोपाल के स्वास्थ्य कर्मचारियों की जांच शुरू हुई। जिसमें रविवार को आई रिपोर्ट में राजकुमार पांडेय भी कोराना पॉजिटिव निकला था। इसके बाद जब उसकी ट्रेवल हिस्ट्री ट्रेस की गई तो पता चला कि वह अपने माता-पिता को छोडऩे कैमोर आया था।
परिवार में हैं छह सदस्य-
बीएमओ ने बताया कि राजकुमार पांडेय के परिवार में माता-पिता, भाई-बहू एवं दो बच्चों सहित छह सदस्य हैं। इन सभी का सेम्पल कलेक्ट करके जांच के लिए जबलपुर भेजे जा रहे हैं। फिलहाल पूरे भाटिया मोहल्ले को सीज कर दिया गया है। साथ नगरपरिषद के वाहन से पांडेय के घर सहित पूरे मोहल्ले को सैनिटाइज किया गया।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर-
इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। भोपाल और
इंदौर में बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सामने आने के बाद वहां से आने वालों की सख्त निगरानी करने के निर्देश शासन ने दिए हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम को भोपाल से आए लोगों की चार दिन तक भनक नहीं लगी।
इनका कहना है-
स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ आईटी कंसल्टेंट राजकुमार पांडेय माता-पिता को छोडऩे चार पहिया वाहन से दो अप्रेल को कैमोर आया था। यहां से वापस भोपाल जाने के बाद जांच में राजकुमार पांडेय की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई। भोपाल से जारी अलर्ट पर उसके पूरे परिवार को सेम्पल लेनेे यहां से रैपिड
रिस्पांस टीम कैमोर भेजी गई है। उसकी ट्रेवल हिस्ट्री लेकर सम्पर्क में आने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है, परिवार के सभी सदस्यों को होम
क्वारेंटाईन किया गया है।
- शशिभूषण सिंह , कलेक्टर

Created On :   6 April 2020 11:01 PM IST

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