झाँसा देकर किया दैहिक शोषण - शादी करने के नाम कर दिया पहचानने से इंकार 

Corporal exploitation by cheating - refuses to recognize the name of marriage
झाँसा देकर किया दैहिक शोषण - शादी करने के नाम कर दिया पहचानने से इंकार 
झाँसा देकर किया दैहिक शोषण - शादी करने के नाम कर दिया पहचानने से इंकार 

डिजिटल डेस्क जबलपुर। प्रतियोगी परीक्षा की पढ़ाई के सिलसिलें में जबलपुर आई एक 28 वर्षीय छात्रा को झाँसा देकर उसका दैहिक शोषण किया गया। आरोपी अक्सर उसे अपने दोस्तों के फ्लैट में ले जाता था और जबरन उसका दैहिक शोषण करता था, जब युवती ने शादी के लिए दबाव बनाया तो आरोपी ने उसे पहचानने से इनकार कर दिया। इस घटना की रिपोर्ट छात्रा द्वारा विजय नगर थाने में दर्ज कराई गई है।    सूत्रों के अनुसार थाने पहुँची 28 वर्षीय युवती ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए जबलपुर आयी थी। यहाँ हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थी। इसी दौरान उसकी पहचान विमल कटियार नामक युवक से हुई थी। विमल ने वर्ष 2015 में उसे शादी करने का झाँसा देकर कचनार सिटी स्थित एक फ्लैट में ले जाकर जबरन दुराचार किया था। इसके बाद से लगातार अलग-अलग दोस्तों के रूम में ले जाकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा। जब उसने शादी करने के लिए दबाव बनाया तो  विमल उसे अब पहचानने से भी इनकार कर रहा है। 
जमीनी विवाद पर स्थगन
जबलपुर। एसडीएम की कोर्ट ने एक जमीनी विवाद पर स्थगन के आदेश दिए हैं। प्रकरण के अनुसार आवेदक को भूमि खसरा नं 117-8 तहसील जबलपुर का शामिलाती मालिकाना हक है। आवेदक के दादा स्व. लक्ष्मीचंद महावर के परिवार में भूमि संपत्ति का विभाजन परिवार के मध्य हुआ एवं आवेदक रमेश कुमार आज भी संबंधित शामिलाती भूमि का स्वामी है। संबंधित भूमि को परिवार के चाचा शिवकुमार ने किसी को बेच दिया, जबकि उस भूमि का बँटवारा नहीं हुआ। आवेदक के अधिवक्ता ने बताया कि ऐसे में किसी एक के द्वारा संपत्ति पर निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है। निर्माण कार्य पर  आगामी आदेश तक के लिए स्थगन दिया जाए। एसडीएम रांझी ने स्टे ऑर्डर पारित कर दिया। आवेदक की ओर से रामदास शर्मा और हेमलता चौधरी ने पैरवी की। 
 

Created On :   8 Dec 2019 6:49 PM IST

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