बारिश ने फूल विक्रेताओं को रुलाया
उधर नागपुर में छोटे-बड़े फूल विक्रेताओं ने बड़े पैमाने पर गेंदे के फूल खरीदे, लेकिन ऐन समय पर बारिश आने से 50 फीसदी फुल बिक नहीं सके। कई जगह ऐसा भी देखा गया कि जिस रेट से फूल खरीदे थे, उससे कम दाम पर बेचने को मजबूर होना पड़ा। लक्ष्मीपूजन के दिन गेंदे के फूलों की भारी मांग होती है। मार्केट में एक दिन पहले ही हजारों किलो फूल पहुंच गए। लक्ष्मीपूजन के दिन दोपहर को बारिश होने से बिक्री प्रभावित हुई। अलग-अलग क्षेत्रों में शुरुआत में रेट 80 रुपए किलो रहा, लेकिन दोपहर में बारिश हो गई। बेमौसम बारिश से फूलों का धंधा ही मंदा हो गया।
फूल फेंकने को मजबूर हुए
थोक विक्रेता भोला दातारकर के मुताबिक लक्ष्मीपूजन के एक दिन पहले से मार्केट में फुलों से भरी गाडियां पहुंच जाती है। इस बार थोक व्यापारी भी पूरा माल नहीं बेच सके। बारिश के साए से यह अवस्था हुई। यहां से फुल खरीदकर बाजारों में बेचने के लिए ले गए चिल्लर व्यापारियों की हालत इससे भी ज्यादा खराब रही। दोपहर व शाम को हुई बारिश से फूल की मांग बहुत कम हुई। 50 रुपए किलो का माल 20 रुपए किलो बेचा गया और बचा माल शाम को फेंकना पड़ा। मार्केट में भी बड़ी संख्या में फूल खराब हो गए।