कृषि शाला में दी गई फसल बुवाई तकनीक से फसल कटाई की जानकारी
डिजिटल डेस्क, वाशिम. जिले का मुख्य व्यवसाय खेति है और अधिकतर खेती बारिश के पानी पर की जाती है । कुछ किसान उनके पास उपलब्ध जलस्त्रोताें से संरक्षित सिंचाई की व्यवस्था करते है । जिले में सोयाबीन की फसल बड़े पैमाने पर ली जाती है । कृषि विभाग की विविध योजनाओं का लाभ देकर किसानों का जीवनस्तर उंचा उठाने को लेकर शासन प्रयासरत है । किसान पारम्पारिक कृषि पद्धति को छोड़कर आधुनिक पद्धति से कृषि तकनीक का उपयोग करते हुए खेति करें और उसके माध्यम से भरपूर उपज लें, यह इस कृषिशाला का उद्देश है । वर्ष 2022-23 में प्रत्यक्ष किसानों की मेंढ़ पर जाकर फसल निरीक्षण कर फसल बुआई तकनीक, एकात्मिक कीड व्यवस्थापन से फसल निकालने तक खरीफ और रबी मौसम में कुल 255 कृषि शालाएं ली गई । कृषि शालाआंे में कृषि विभाग के अधिकारी व कृषि सहायकों ने 7 हज़ार 650 किसानों को मार्गदर्शन किया । खरीफ मौसम में 174 कृषि शालाएं लेने का लक्ष्य दिया गया था और 159 कृषि शालाएं ली गई जिसमें 4 हज़ार 770 किसान शामिल हुए । इन कृषि शालाओं में किसानों को कीट व्यवस्थापन व बीज प्रक्रिया को लेकर जानकारी देते हुए ली जानेवाली फसलों पर समयनुसार तकनीकी मार्गदर्शन किया गया । खरीफ मौसम की कृषि शालाओं से राष्ट्रीय अन्न सुरक्षा अभियानांतर्गत सोयाबीन फसल की 13, राष्ट्रीय अन्नसुरक्षा अभियानांतर्गत तुअर फसल की 15, राज्य पुरस्कृत मूल्य क्रमिक योजना के अंतर्गत सोयाबीन फसल की 20, कपास फसल की 8, फसलों पर कीट रोग सर्वेक्षण व सलाह प्रकल्प अर्थात क्रापसैप अंतर्गत तुअर फसल की 3, पोकरा योजना के अंतर्गत सोयाबीन और कपास फसलों की 68, आत्मा अंतर्गत सोयाबीन, तुअर, रेशीम, हल्दी, जीरानियम, सेंद्रिय तुअर, सब्जी, संतरा, कपास, कृषि प्रक्रिया और सेंद्रिय निविष्ठा अंतर्गत 32 कृषि शालाएं ली गई । रबी मौसम में चना फसल की राष्ट्रीय अन्न सुरक्षा अभियानांतर्गत 14, आत्मा अंतर्गत 10, पोकरा अंतर्गत 31, क्रापसैप की 12 ऐसी कुल 67 कृषि शालाएं ली गई । रबी ज्वारी की 2 तथा आत्मा अंतर्गत अन्य फसलों की 11 कृषि शालाएं ली गई । कृषि विषयक फसलों की बुवाई, कीट व्यवस्थापन, आंतर मशागत, बीज प्रक्रिया की जानकारी किसान महिलाओं को हो, कृषि क्षेत्र में महिलाएं बड़ी तादाद में आगे आए, इस हेतु इसवर्ष के रबी मौस्म में महिलाओं के लिए 16 कृषि शालाएं ली गई । इनमें से एक कृषि शाला राष्ट्रीय अन्नसुरक्षा अभियान, 7 आत्मा, 5 पोकरा और 3 क्रापसैप अंतर्गत ली गई । खरीफ मौसम में वाशिम तहसील 14, रिसोड़ तहसील 24, मालेगांव तहसील 15, मंगरुलपीर तहसील 17, मानोरा तहसील 61 और कारंजा तहसील में 25 ऐसी कुल 159 कृषि शालाएं ली गई ।
कृषि विभाग के विशेषज्ञ अधिकारी से कृषि सहायक ने उपरोक्त दोनों मौसमों की कार्यशालाओं में उपस्थित किसानों को प्रत्यक्ष खेतों की मंेढ़ पर जाकर फसल निरीक्षण करते हुए फसल बुवाई तकनीक एकात्मिक कीड व्यवस्थापन से फसल कटाई को लेकर मार्गदर्शन किया । इस कारण सम्बंधित किसानों के साथही कृषि शालाओं मंे उपस्थित किसानों से अन्य किसानों को खेति करने के लिए यह कृषि शालाएं निश्चित रुप से उपयोगी साबित होंगी । कृषि शालाओं के कारण फसल उत्पादन में वृध्दि होने में भी मदद होंगी ।
(चित्र परिचय : वाशिम फोटो 29-03-23 (4) सम्बंधित चित्र ।)
Created On :   30 March 2023 6:45 PM IST