भारत और थाइलैंड की संस्कृति करीब-करीब एक जैसी, दोनो देशों के बीच बढ़ेगा कारोबार

Culture of India and Thailand is almost the same, business will increase between the two countries
भारत और थाइलैंड की संस्कृति करीब-करीब एक जैसी, दोनो देशों के बीच बढ़ेगा कारोबार
मजबूत होंगे रिश्ते भारत और थाइलैंड की संस्कृति करीब-करीब एक जैसी, दोनो देशों के बीच बढ़ेगा कारोबार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारत और थाइलैंड के बीच पिछले 75 सालों से मैत्रिपूर्ण और कारोबारी रिश्ते हैं जो समय के साथ और मजबूत होंगे। भारत में थाइलैंड के वाणिज्य सलाहकार चेतन नरके ने यह भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि भारत और थाइलैंड की संस्कृति करीब-करीब एक जैसी है और खानपान में भी समानता है। इसलिए इस बात की पूरी उम्मीद है कि कोरोना संक्रमण से जुड़ी परेशानियों से उबरने के बाद दोनों देशों के कारोबारी रिश्ते नई ऊंचाई छुएंगे। खासकर पर्यटन के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग की काफी गुंजाइश है। नरके ने थाइलैंड के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर मुंबई के ताज होटल में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। इस दौरान थाइलैंड की राजदूत नत्सुदा मेट्टाप्रर्से और महाराष्ट्र की पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव मनीषा पाटणकर म्हैसकर भी मौजूद थीं।  भारत और थाइलैंड के बीच फिलहाल ज्यादातर कारोबार दवाओं, खाद्यपदार्थों, मसालों, गहनों,  जवाहरात, शिक्षा आदि क्षेत्र में होता है। दोनोें देशों के बीच कारोबार लगातार बढ़ रहा है। इस साल अब तक दोनों देशों के बीच 12.5 बिलियन डॉलर्स का कारोबार हो चुका है। नरके ने भरोसा जताया कि दोनों देशों के बीच कारोबार बढ़ाने की काफी संभावनाएं हैं। खासकर पर्यटन के क्षेत्र में प्रगति की जा सकती है। साथ ही नरके ने कहा कि उनकी कोशिश है कि भारत के आईटी, शैक्षणिक पर्यटन और उद्योग के क्षेत्र में थाइलैंड से विदेशी निवेश लाया जाए। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों का फायदा कारोबारी और सांस्कृतिक संबंध बढ़ाने में मिलेगा। वहीं  थाइलैंड की राजदूत नत्सुदा मेट्टाप्रर्से ने कहा कि उनके देश ने पर्यटकों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं ऐसे में टीके की दोनों खुराक ले चुके भारतीय पर्यटकों का भी हम स्वागत करेंगे।


 

Created On :   5 Dec 2021 1:29 PM GMT

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