साइबर क्राइम - स्टेट साइबर सेल ने आरोपी को दबोचा ,फर्जी सिम से हितग्राहियों के साथ धोखाधड़ी

Cybercrime - State cyber cell arrested accused, fraudulently cheating beneficiaries with fake sim
साइबर क्राइम - स्टेट साइबर सेल ने आरोपी को दबोचा ,फर्जी सिम से हितग्राहियों के साथ धोखाधड़ी
साइबर क्राइम - स्टेट साइबर सेल ने आरोपी को दबोचा ,फर्जी सिम से हितग्राहियों के साथ धोखाधड़ी

डिजिटल डेस्क जबलपुर । स्टेट साइबर सेल द्वारा फर्जी सिमों के कारोबार का भंडाफोड़ करने के बाद एक और जालसाज को पकड़ा गया है जो कि फर्जी सिम के आधार पर केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के हितग्राहियों के नाम पंजीकृत करने के लिए फर्जीवाड़ा करता था। फर्जी पेटीएम खाते गरीब व आमजनों के नाम से खोले जाते थे। फर्जी सिम मामले में पकड़ा गया एक आरोपी इस खेल का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। 
सूत्रों के अनुसार साइबर सेल द्वारा नरेंद्र मिश्रा एवं इमरान उल हक निवासी जबलपुर की शिकायत पर आईटी एक्ट का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में आवेदक की फेसबुक प्रोफाइल हैक कर उनके फेसबुक दोस्तों से रुपयों की माँग की जा रही थी। जाँच में आइडिया कंपनी की सिम से फेसबुक प्रोफाइल हैक करने वाली कंपनी आईए सर्विसेज का पता चला था, लेकिन जाँच में इस कंपनी का कोई अस्तित्व नहीं पाया गया था। इस मामलें में पकड़े गये पाँच आरोपियों में से एक निशांत पटैल द्वारा बताया गया था कि उसके द्वारा सागर पटैल के माध्यम से पेटीएम की केवायसी  करवाकर राज्य से बाहर अन्य राज्यों में विक्रय किया जाता है। इसी आधार पर सागर पटैल की गिरफ्तारी की गयी तो उसने बताया कि उसके द्वारा आयुष्मान योजना के कार्ड बनाने का कार्य किया जाता है।
आरोपी निशांत पटैल से दोस्ती होने के बाद उसने निशांत के कहने पर रुपयों की लालच में आकर फर्जी सिमों पर अपने मोबाइल से पेटीएम का एटीएम एप डाउनलोड कर बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से पेटीएम बैंक खाते खोले जाते थे। उसके द्वारा करीब 5 सौ खाते खोले गये हैं। इस मामले में साइबर सेल एसपी अंकित शुक्ला के निर्देशन में निरीक्षक विपिन ताम्रकार, उपनिरीक्षक श्वेता, राशिद खान, हवलदार मनीष, आरक्षक अजीत, अमित, अवनि की भूमिका महत्वपूर्ण रही।   
धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज 
साइबर सेल द्वारा फर्जी सिम गिरोह का पर्दाफाश किए जाने के बाद कई राज्यों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज कराए गये हैं। फर्जी सिम का इस्तेमाल कर अपराधियों द्वारा 5 हजार डॉलर की धोखाधड़ी की गयी है। इसी तरह के अपराध महाराष्ट्र व हैदराबाद, राजस्थान व सांगानेर थाने में आर्मी का जवान बनकर लाखों की धोखाधड़ी किए जाने का पता चलने पर दर्ज कराए गये हैं।
ढाई सौ रुपये दिन का भुगतान
साइबर सेल के हत्थे चढ़े आरोपी सागर पटैल से पूछताछ में पता चला कि उसे इस कार्य के लिए पूर्व में गिरफ्तार किए गये निशांत पटैल द्वारा ढाई सौ रुपये प्रतिदिन के भुगतान पर रखा गया था। इस कार्य के लिए निशांत ने उसे लैपटॉप और बायोमेट्रिक मशीन खरीदकर दी थी। पुलिस ने आरोपी सागर के पास से बायोमेट्रिक मशीन, लैपटॉप, मोबाइल व आयुष्मान योजना के कुछ कार्ड बरामद किए हैं। 

Created On :   19 Dec 2019 9:37 AM GMT

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