पहली से चौथी तक की कक्षाएं शुरु करने पर होगा फैसला, अनुमति के पक्ष में है कोविड टास्क फोर्स

Decision will be taken on starting classes from 1st to 4th, Covid Task Force is in favor of permission
पहली से चौथी तक की कक्षाएं शुरु करने पर होगा फैसला, अनुमति के पक्ष में है कोविड टास्क फोर्स
होगा फैसला पहली से चौथी तक की कक्षाएं शुरु करने पर होगा फैसला, अनुमति के पक्ष में है कोविड टास्क फोर्स

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के स्कूलों में पहली से चौथी तक की कक्षाएं शुरू करने के संबंध में गुरुवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला हो सकता है। राज्य में फिलहाल पाचवीं से लेकर उसके आगे तक की कक्षाएं शुरू हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार यह जानकारी दी। टोपे ने कहा कि मंगलवार को कोविड टास्क फोर्स की बैठक हुई थी। जिसके बाद बच्चों के कोविड टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. सुहास प्रभु ने बताया कि पहली से चौथी तक के छात्रों को स्कूल में आने की अनुमति देनी चाहिए। कोरोना के नियमों का पालन करते हुए कोविड अनुरूप बर्ताव के शर्त पर कक्षाएं शुरू की जा सकती है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और स्कूली शिक्षा विभाग ने अनुमति दे दी है। अब पहली से चौथी तक की कक्षाएं शुरू करने के लिए राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला होगा। जिसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मंजूरी से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया जाएगा। 

टोपे ने कहा कि मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे। टोपे ने कहा कि प्रदेश में हर दिन कोरोना के 700 से 800 से अधिक मरीज नहीं मिल रहे हैं। मुंबई में प्रति दिन 100 से 150 ही नए मरीज मिल रहे हैं। राज्य में कोरोना मरीजों की ठीक होने की दर बढ़कर 98 प्रतिशत हो गई है। कोरोना से बच्चों के गंभीर बीमार होने के मामले सामने नहीं आए हैं। इसलिए अभिभावकों को बच्चों को स्कूल में भेजने को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी सुरक्षा के लिए स्कूल प्रबंधन को भी उचित निर्देश दिए जाएंगे। 

बच्चों के टीकाकरण के लिए सरकार तैयार 
टोपे ने कहा कि बच्चों के कोविड टास्क फोर्स ने 12 से 18 साल आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण का सुझाव दिया है। विशेषज्ञों ने बच्चों को कोरोना की कोवैक्सीन टीका देने की सलाह दी है। अब छोटे बच्चों के टीकाकरण की अनुमति देने का फैसला केंद्र सरकार को करना है। यदि केंद्र सरकार अनुमति देती है तो राज्य सरकार बच्चों के टीकाकरण के लिए पूरी तरह से तैयार है।  

सौम्य स्वरूप की होगी कोरोना की तीसरी लहर 

टोपे ने कहा कि अभी भी कोरोना की तीसरी लहर की संभावना है। लेकिन तीसरी लहर सौम्य स्वरूप की होगी। इसके लिए सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए 100 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य रखा है। राज्य में कोरोना टीके की पहली खुराक 80 प्रतिशत लोगों को लगाई जा चुकी है। जबकि दूसरी खुराक 40 प्रतिशत लोगों को दिया जा चुका है। राज्य में दोनों खुराक मिलाकर लगभग 10 करोड़ 84 लाख टीके लगाए जा चुके हैं। फिलहाल हर दिन 4 से 5 लाख लोगों को टीका लगाया जा रहा है। राज्य में 15 दिसंबर तक टीके की पहली खुराक 100 प्रतिशत लगाने का लक्ष्य है। टोपे ने कहा कि टीकाकरण में जो जिले पीछे हैं वहां पर टीकाकरण के लिए अधिक जोर दिया जा रहा है। इसके अलावा जो लोग टीका लगवाने के लिए नहीं आ रहे हैं ऐसे लोगों के घर पर जाकर टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। टोपे ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों और आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को कोरोना टीके के बूस्टर डोज देने की अनुमति केंद्र सरकार से मांगी जाएगी। 

हर दिन हो रहा एक लाख टेस्ट 

टोपे ने कहा कि राज्य में फिलहाल हर दिन लगभग एक लाख से अधिक कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। जबकि कोरोना के पीक के समय हर दिन करीब 2 लाख टेस्ट किया जा रहा था। टोपे ने कहा कि कोरोना के पॉजिटिव मरीज कम मिल रहे हैं। इसलिए टेस्ट थोड़ा कम किए जा रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने पर्याप्त टेस्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।  

सिनेमा और नाटक घर के लिए दी जा सकती है और ढील

टोपे ने कहा कि राज्य में फिलहाल सिनेमा घर और नाट्यगृहों को 50 प्रतिशत आसन क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति है। यदि कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार होता है को आगामी दिनों में पाबंदियों में और ढील दी जाएगी। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित होने वाले क्रिकेट मैच देखने के लिए दर्शकों को प्रवेश दिए जाने के सवाल पर टोपे ने कहा कि निश्चित रूप से कोरोना के मरीज कम हो रहे हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि कोरोना के नियमों और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो। क्योंकि जर्मनी, ऑस्टेलिया और यूएस में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट का फैलाव बड़े पैमाने पर हुआ है। इससे वहां के अस्पतालों में बिस्तर भर गए हैं। इस लिए हमें भी कोरोना के नियमों का पालन करना होगा। टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना के किसी नए वेरिएंट का पता नहीं चला है। 

विवाह समारोह में हो रही भीड़ 

टोपे ने कहा कि विवाह समारोह और धार्मिक स्थलों, राजनीतिक कार्यक्रमों में काफी भीड़ हो रही है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। यह लापरवाही हमारे लिए घातक साबित हो सकती है। क्योंकि हमने कोरोना की दूसरी लहर का गंभीर परिणाम देखा है। इसलिए स्थानीय प्रशासन को उड़न दस्ते को विवाह समारोह और होटल मे होने वाली भीड़ को नियंत्रण के लिए कदम उठाना चाहिए।  

Created On :   24 Nov 2021 8:06 PM IST

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