- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- डिफेंस फैक्ट्री का मामला - धनुष...
डिफेंस फैक्ट्री का मामला - धनुष बियरिंग में खटुआ भी आरोपी! हाईकोर्ट में अर्जी दायर कर किया सनसनीखेज खुलासा
डिजिटल डेस्क जबलपुर । देश के हाईप्रोफाईल धनुष तोप बियरिंग मामले में जबलपुर में 6 साल तक पदस्थ रहे एक अधिकारी ने हाईकोर्ट में अर्जी दायर करके सनसनीखेज खुलासा किया है। वर्तमान में ऑफिस ऑफ आर्मर्ड व्हीकल हैडक्वार्टर चेन्नई में डायरेक्टर विजिलेंस के पद पर पदस्थ कमल कुमार चित्तोर का दावा है कि 14 जून 2018 को जीसीएफ के 16 अधिकारियों को सीबीआई ने नोटिस जारी किए थे और उनमें से वे भी एक थे। उनके ही बयानों के आधार पर सीबीआई ने मृतक शारदा चरण खटुआ को भी मामले में आरोपी बनाया था। श्री चित्तोर ने खटुआ हत्याकाण्ड की सीबीआई जांच कराए जाने के मामले में हस्तक्षेप करने की प्रार्थना हाईकोर्ट से की है, ताकि उनकी हत्या के आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच सकें।
श्री चित्तोर की ओर से दायर इस अर्जी में कहा गया है कि वे 3 जून 2009 से 4 जुलाई 2015 तक जबलपुर में पदस्थ थे और शारदा चरण खटुआ (अब स्वर्गीय) उनके ही अधीन जूनियर वक्र्स मैनेजर के रूप में कार्यरत थे। धनुष तोप में जर्मनी के बजाए चीन में बनी बियरिंग के इस्तेमाल होने का खुलासा होने पर सीबीआई ने एक एफआईआर 19 जुलाई 2017 को जीसीएफ के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ दर्ज की थी। इसी बीच घमापुर थानांतर्गत शारदा चरण खटुआ की लाश बरामद हुई और फिर उनकी पत्नी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करके पति की हत्या की सीबीआई जांच कराने की प्रार्थना की है। श्री चित्तोर का यह भी कहना है कि 5 दिसंबर 2019 को घमापुर थाना पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी कर तलब किया। चेन्नई में संवेदनशील पद पर पदस्थ रहने के बाद भी वे 6 दिसंबर को जबलपुर पहुंचे और उन्होंने पुलिस को अपने बयान दर्ज कराए। श्री चित्तोर ने अपनी अर्जी में यह भी कहा है कि शारदा चरण खटुआ के साथ हुए हादसे में शामिल सभी आरोपियों का सामने आना जरूरी है, इसलिए वो उनकी विधवा की ओर से दायर अर्जी में हस्तक्षेपकर्ता बनना चाह रहे हैं। लिहाजा,इस बारे में उन्हें अनुमति प्रदान की जाए। श्री चित्तोर की ओर से दायर अर्जी हाईकोर्ट में विचाराधीन मौसमी खटुआ की याचिका में संलग्न है।
एसपी खुद एमएलआई व एफएसएल के डायरेक्टर से करें संपर्क
खटुका हत्याकांड की रिपोर्ट में देरी पर हाईकोर्ट सख्त, कहा एसपी खुद एमएलआई व एफएसएल के डायरेक्टर से करें संपर्क वहीं जीसीएफ में पदस्थ जूनियर वर्कस मैनेजर शारदा चरण खटुआ की हत्या के मामले में हो रही देरी पर हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। जस्टिस सुजय पॉल की एकलपीठ ने मंगलवार को हुई सुनवाई के बाद जबलपुर एसपी को कहा है कि जांच के लिए भेजे गये सेम्पल की रिपोर्ट मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट तथा फॉरेन्सिक साइंस लेब्रॉरिटी सागर से प्राप्त करने वो खुद दोनों संस्थानों के डायरेक्टरों से बात करें। एकलपीठ ने 8 जनवरी को होने वाली सुनवाई पर उक्त रिपोर्ट हर हाल में पेश करने कहा है। गौरतलब है कि मौसमी खटुआ ने यह याचिका दायर करके अपने पति शारदा चरण खटुआ की हुई हत्या की जांच सीबीआई से कराने की प्रार्थना की है। हाईकोर्ट द्वारा इस मामले की मॉनीटरिंग की जा रही है और पिछली चार पेशियों से लगातार जबलपुर पुलिस को समय दिया जा रहा है। मामले पर मंगलवार को हई सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता मुकेश मिश्रा, राज्य सरकार की ओर से शासकीय अधिवक्ता शमीम अहमद और जीसीएफ फैक्ट्री के जनरल मैनेजर की ओर से अधिवक्ता गोपी चौरसिया हाजिर हुए। सुनवाई के दौरान श्री अहमद ने मामले की जांच रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में पेश की। मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट भोपाल और एफएसएल सागर से अब तक रिपोर्ट न आने का हवाला देकर जबलपुर पुलिस की ओर से दो माह का और वक्त मांगा गया। अदालत ने कहा कि इस तरह के मामले में जबलपुर पुलिस द्वारा मांगा गया वक्त बहुत ज्यादा है। अदालत ने एसपी को निर्देश देकर अगली सुनवाई पर रिपोर्ट पेश करने कहा। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता केके रजक भी पैरवी कर रहे हैं।
Created On :   18 Dec 2019 1:27 PM IST