भाजपा ने लगातार दूसरी बार शिवसेना नेता पर लगाया दांव, पूर्व विधायक को दी उम्मीदवारी 

Deglur by-election - BJP bets on Shiv Sena leader for the second time
भाजपा ने लगातार दूसरी बार शिवसेना नेता पर लगाया दांव, पूर्व विधायक को दी उम्मीदवारी 
देगलुर उपचुनाव भाजपा ने लगातार दूसरी बार शिवसेना नेता पर लगाया दांव, पूर्व विधायक को दी उम्मीदवारी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवारी के लिए एक बार फिर से शिवसेना के नेता पर दांव लगाया है। भाजपा ने नांदेड़ की देगलुर सीट के उपचुनाव के लिए शिवसेना के पूर्व विधायक सुभाष साबने को उम्मीदवारी दी है। साबने फिलहाल भाजपा के सदस्य नहीं हैं। वे सोमवार को नांदेड़ में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील की मौजूदगी में भाजपा में प्रवेश करेंगे। रविवार को नांदेड़ में साबने ने विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। साबने साल 2014 के विधानसभा चुनाव में देगलुर सीट से चुनाव जीते थे। जबकि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार रावसाहब अंतापुरकर से हार का सामना करना पड़ा था। अंतापुरकर का बीते 9 अप्रैल को निधन होने के चलते देगलुर सीट पर उपचुनाव घोषित हुआ है। इस उपचुनाव में कांग्रेस रावसाहब के बेटे जितेश अंतापुरकर को प्रत्याशी बना सकती है। वहीं साबने ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि मेरी शिवसेना से कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी नाराजगी प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री तथा नांदेड़ के पालक मंत्री अशोक चव्हाण से है। क्योंकि चव्हाण नांदेड़ में अपने एकाधिकारशाही से शिवसेना को कमजोर कर रहे हैं। हालांकि साबने के आरोपों को चव्हाण ने खारिज कर दिया। चव्हाण ने कहा कि मेरा साबने से संबंध क्या है? मैं कांग्रेस में हूं और वे शिवसेना के नेता रहे हैं। साबने खुद को शिवसेना का निष्ठावान कार्यकर्ता कहते थे। शिवसेना छोड़ते समय उन्हें अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए। इसके पहले भाजपा ने सोलापुर की पंढरपुर सीट पर हुए उपचुनाव में शिवसेना से साल 2014 के विधानसभा चुनाव लड़ने वाले समाधान आवताडे को टिकट दिया था। महाविकास आघाड़ी के तीन दल होने के बावजूद भाजपा उम्मीदवार आवताडे पंढरपुर उपचुनाव में विजयी हुए थे। भाजपा अब यही सफल फार्मूले को देगलुर उपचुनाव के लिए अपनाना चाहती है। 

साबने ने शिवसेना से गद्दारी की- शिवसैनिक

साबने के शिवसेना छोड़ने के फैसले के बाद देगलुर के स्थानीय शिवसैनिकों ने उन पर गद्दारी करने का आरोप लगाया है। रविवार को देगलुर के शिवसेना के स्थानीय पदाधिकारियों ने दादर स्थित शिवसेना भवन में आकर पार्टी के नेताओं से मुलाकात की। शिवसैनिकों ने कहा कि साबने भले ही भाजपा में प्रवेश करने वाले हैं लेकिन हम लोग शिवसेना में बने रहेंगे। शिवसेना ने साबने को तीन बार विधायक बनाया है लेकिन उन्होंने अब टिकट पाने के लिए भाजपा में जाने का फैसला किया है। 


 

Created On :   3 Oct 2021 7:07 PM IST

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