अंधड़-पानी से एक झटके में डिमांड कम हो गई, 12 सौ मेगावाट सरप्लस बिजली

Demand reduced in one stroke due to storm water, 1200 MW surplus electricity
अंधड़-पानी से एक झटके में डिमांड कम हो गई, 12 सौ मेगावाट सरप्लस बिजली
तेज हवा ने जमकर पैदा की बिजली अंधड़-पानी से एक झटके में डिमांड कम हो गई, 12 सौ मेगावाट सरप्लस बिजली

डिजिटल डेस्क जबलपुर। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण प्रदेश के कई शहरों में मौसम बदला और अंधड़-पानी के कारण तापमान में गिरावट आ गई, इससे बिजली की डिमांड में भी एकदम से कमी दर्ज की गई। एक दिन पहले तक जो डिमांड 12 हजार 2 सौ मेगावाट तक चल रही थी वह 9500 से लेकर 11 हजार मेगावाट तक पहुँच गई। इसके चलते प्रदेश में बिजली सरप्लस में चली गई और 12 सौ मेगावाट बिजली का अतिरिक्त उत्पादन हो गया।
बिजली के जानकारों का कहना है कि अब प्रदेश में लगातार ऐसी ही स्थिति रहेगी, क्योंकि प्री मानसून गतिविधियाँ तेज होने से कहीं न कहीं अंधड़-पानी होगा जिससे डिमांड बहुत अधिक नहीं होगी। साथ ही देश के दक्षिणी राज्यों में भी प्री मानसून गतिविधि लगातार होगी जिससे वहाँ बिजली की िडमांड कम रहेगी और वहाँ की बिजली सेंट्रल ग्रिड को मिलेगी जिससे संकट वाले प्रदेशों को राहत मिलती रहेगी। स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर के मुख्य अभियंता केके प्रभाकर के अनुसार मौसम बदलने से बिजली की माँग में गिरावट दर्ज की गई। रविवार तक बिजली की डिमांड 12 हजार मेगावाट से ऊपर थी। जबकि सोमवार को दोपहर 2.30 बजे सर्वाधिक 11790 मेगावाट दर्ज हुई, जबकि शाम को यह माँग और नीचे गिरी और 9050 मेगावाट पर पहुँच गई। उनके अनुसार करीब 1200 मेगावाट बिजली अतिरिक्त हो गई।
तेज हवा ने जमकर पैदा की बिजली-
दोपहर से ही तेज हवाओं का दौर चला और शाम तक अंधड़ चलने लगी जिससे विंड एनर्जी की बम्पर पैदावार हुई। कुछ समय पहले तक केवल 250 मेगावाट तक पैदा हो रही विंड एनर्जी का उत्पादन भी सोमवार को 1 हजार मेगावाट के आसपास पहुँच गया।

Created On :   2 May 2022 11:36 PM IST

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