बोट पलटने से हुई मौत मामले में सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज करने की मांग

Demand to case register of culpable homicide in death during boat overturned
बोट पलटने से हुई मौत मामले में सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज करने की मांग
बोट पलटने से हुई मौत मामले में सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज करने की मांग

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस ने छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक के जलपूजन के कार्यक्रम में जाते समय समुद्र में बोट पलटने से हुई एक व्यक्ति की मौत के मामले में दोषियों पर सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज करने की मांग की है। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि 24 अक्टूबर 2018 में शिव स्मारक समिति के तत्कालीन अध्यक्ष विनायक मेटे की ओर से समुद्र में जलपूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में जाते समय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। राज्य की तत्कालीन फडणवीस सरकार ने हादसे की जांच की घोषणा की थी। लेकिन अब तक पता नहीं चल पाया कि जांच का क्या हुआ। सावंत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 24 दिसंबर 2016 को शिव स्मारक का जलपूजन किया।

इसके बाद फिर से 24 अक्टूबर 2018 को शिव स्मारक समिति के अध्यक्ष मेटे के नेतृत्व में भूमिपूजन किया गया। एक ही परियोजना का दो बार पूजन किया गया। पर परियोजना को सरकार की प्रशासनिक मान्यता नहीं थी। यह बात कैग की रिपोर्ट में साफ हुई है। सावंत ने कहा कि मेटे के कार्यक्रम में बोट पलटने से हुई व्यक्ति की मौत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुश्किलों में न फंसे। इसके लिए फडणवीस सरकार ने शिव स्मारक के लिए संशोधित प्रशासनिक मंजूरी दी थी। कैग की रिपोर्ट से यह स्पष्ट हुआ है। सावंत ने कहा कि शिव स्मारक के घोटाले से जनभावना से खेलने वाली भाजपा का अनैतिक चेहरा कैग ने उजागर किया है। भाजपा ने शिवाजी महाराज के नाम का उपयोग राजनीतिक स्वार्थ और वोटों की राजनीति के लिए किया। 

Created On :   17 Dec 2019 9:06 PM IST

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