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डॉन बनने की चाह में कर दी ढाबा संचालक की हत्या, पुलिस ने किया हत्या का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क जबलपुर। थाना गोसलपुर अंर्तगत ग्राम बुढागर में ढाबा संचालक की गोली मारकर हत्या करने वाले फरार दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी रंगदारी के 2 लाख रुपये मृतक से डिमांड कर रहे थे, रुपए न मिलने से उसको मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी क्षेत्र में दशहत फैलाकर डॉन बनना चाहते थे, ताकि वसूली की जा सके। पुलिस आरोपियों से सख्ती के साथ पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि थाना गोसलपुर में दिनॉक 24-11-19 की सुबह ढाबा संचालक ऋषि असाटी के परिजनों द्वारा सूचना दी गयी कि दिनॉक 23/11/19 की रात ढाबा से लौटते समय ऋषि असाटी को अज्ञात आरोपी के द्वारा गोली मार दी गई थी, जिसे ईलाज हेतु जबलपुर स्थित मेट्रो हॉस्पिटल ले गए थे, जहां डॉक्टरों ने ऋषि असाटी उम्र 26 वर्ष निवासी बुढागर को मृत घोषित कर दिया है।
इस संबंध में पुलिस ने बताया कि परिस्थिति जन्य साक्ष्य एंव साईंटीफिक इन्वेस्टीगेशन के आधार पर तीनो आरोपी ऋषभ शर्मा उर्फ रावण पंडित पिता अशोक शर्मा उम्र 22 साल निवासी गांधीग्राम बुढागर , आशीष काछी उर्फ राज पंडित पिता अशोक उर्फ मारु काछी उम्र 29 साल निवासी खाले मोहल्ला लोहारी थाना मझौली एंव अंचल नामदेव पिता अरुण नामदेव उम्र 22 साल निवासी नई बस्ती नं. 02 गोहलपुर को पकडा जाकर सघन पुछताछ की गई । पूछताछ करने पर ऋषभ शर्मा , आशीष काछी एंव अंचल नामदेव ने बताया की लगभग एक माह पहले ऋषि असाटी से रंगदारी के 02 लाख रुपये वसूलने की योजना बनाई थी की पैसे न देने पर उसको मार देंगे इसके लिये उन्होने लगभग 20 दिन पूर्व मृतक ऋषि असाटी से फोन पर 02 लाख रुपये देने की मांग की थी किंतु मृतक ने देने से मना कर दिया, जिसके चलते उससे पुन: रुपये मांगें, रुपये न देने पर उसे मारकर क्षेत्र मे दहशत फैलाने व नाम करने के उद्देश्य से दिनांक 23/11/19 को ऋषभ शर्मा एंव आशीष काछी ने बुढागर स्थित संदीप चौरसिया के ढाबे में बैठकर रात्रि में काम को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
ऋषभ शर्मा ने बताया कि योजना के अनुसार दिनांक 23/11/19 को रात्रि लगभग 11.30 बजे जब ऋषि असाटी ढाबा बंद करके घर की तरफ जा रहा था तो वह आशीष काछी के साथ पहले से ही घात लगाकर घर के पास इंतजार कर रहा था, जैसे ही ऋषि असाटी के घर के पास पहूँचा तो उसने और आशीष काछी ने ऋषि असाटी पर पिस्टल तान कर रोक कर पैसो की मांग की, ऋषि द्वारा मना कर घर में माँ को आवाज लगाने लगा, पकड़े जाने के डर से ऋषि के माथे में पिस्टल से गोली मार दी व आशीष काछी की काले रंग की सी.डी. डीलक्स बिना नम्बर की बाईक से भाग निकले, योजना अनुसार कटंगी बायपास पर सहयोगी अंचल नामदेव अपनी एक्टिवा से पूर्व से ही इंतजार कर रहा था दोनों ने अपनी बाईक कठोदा बाईपास पर स्थित झाडियो मेंं फेंक दी और अंचल नामदेव की एक्टिवा में बैठकर तीनों जबलपुर रेल्वे स्टेशन मदनमहल पहुंचे जहॉ कोई ट्रेन न मिलने पर तुरंत मुख्य स्टेशन जबलपुर पहुंचे अंचल नामदेव हमें ट्रेन मे बैठाकर पुन: घर लौट गया। दोनों काशी एक्सप्रेस से प्रयागराज उत्तर प्रदेश पहुंचे, एक दिन रूकने के बाद दोनों दिल्ली चले गये तथा दिल्ली में एक दिन रूककर पंजाब चले गये जहॉ 10-12 दिन रूकने के बाद हथियार बेचने इंद्रौर आये थे । उल्लेखनीय है कि टीम के द्वारा लगातार आरोपियों का पीछा किया जा रहा था, जैसे ही जानकारी लगी कि दोनो आरोपी इंदौर में हैं, पतासाजी कर ़ऋषभ शर्मा एवं आशीष काछी को इंदौर में हथियार बेचने को सौदा करते हुये पकड़ा गया।
उल्लेखनीय भूमिका-
आरोपियो की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी गोसलपुर सारिका पांडे, उनि सतीश तिवारी , उनि रितेश पांडे, देवेन्द्र सिंह धुर्वे, आरक्षक अमित रैकवार थाना खितौला , पीएसआई अमित श्रीवास्तव थाना तिलवारा, आरक्षक साईबर सेल के आरक्षक आदित्य कुमार, थाना गोसलपुर के आरक्षक भरत अवस्थी, सत्येन्द्र बिसेन की उल्लेखनीय भूमिका रही ।
Created On :   10 Dec 2019 4:01 PM IST