बरगी के गांवों में फैला डायरिया, कई बीमार, नहीं मिलीं मेडिकल सुविधाएं

Diarrhea wreaked havoc in the Burgi area, no medical facilities
बरगी के गांवों में फैला डायरिया, कई बीमार, नहीं मिलीं मेडिकल सुविधाएं
बरगी के गांवों में फैला डायरिया, कई बीमार, नहीं मिलीं मेडिकल सुविधाएं

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। बरगी के समीपी आदिवासी गांवों में डायरिया ने कहर ढा दिया है। इससे करीब एक दर्जन लोग बीमार हो गए हैं। जिनमें महिलाओं और बच्चों की संख्या ज्यादा है। यह संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि बहुत से ग्रामीण अपने स्तर पर ही उपचार करवा रहे हैं। इस मामले का दुखद पहलू यह है कि जब ग्रामीण जन उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे तो यहां हड़ताल के कारण उन्हें कोई सुविधा नहीं मिली, जिससे वे वापस लौट गए। चरगवां के एक निजी चिकित्सालय में सभी का उपचार किया जा रहा है।

बताया जाता है कि बरगी से करीब 8 किलीमीटर दूर रेंगाझोरी और परासिया में गंदे पानी की वजह से डायरिया ने आतंक मचा दिया। करीब एक दर्जन ग्रामीण गंभीर रूप से बीमार हो गए, जिन्हें सबसे पहले मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया पर वहां जूडा की हड़ताल के कारण ग्रामीणों को उपचार नहीं मिल पाया। जिससे सभी को चरगवां स्स्थित सुखसागर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचारकि या जा रहा है।

कोई सुविधा नहीं ग्रामीण क्षेत्र में
बीमारों को स्थानीय लोग सबसे पहले बरगी स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे पर वहां इतने सारे लोगों के उपचार की सुविधा नहीं थी। जिस कारण से कुछ को मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया। समाजसेवी और कांग्रेस नेता संजय यादव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहद दयनीय है। इतनी बड़ी संख्या में ग्रामीण बीमार हुए हैं और प्रशासन की ओर से कुछ नहीं किया जा रहा है।

हैंडपम्प का गंदा पानी पीने से हुए बीमार
बताया जाता है कि इस गांव में अधिकांश लोग हैंडपम्प का पानी पीते हैं और उसके प्रदूषित होने के कारण डायरिया फैला है। बारिश में अक्सर ही यह नौबत आती है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई की कोई व्यवस्था ही नहीं की जाती। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे वर्षों से प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि पीने के पानी की कोई दूसरी व्यवस्था की जाए।

ये हुए बीमार
ग्रामीणों ने बताया कि रुकमणि बाई, लक्ष्मीबाई, सीताबाई, विक्की, भद्दीलाल, भागवती और कृष्णा के साथ ही कई अन्य ग्रामीण गंभीर रूप से बीमार हुए हैं। अधिकांश ग्रामीणों की हालत गुरूवार शाम से बिगड़ी और शुक्रवार को जब वे बेहद बीमार हो गए तब उन्हें उपचार के लिए लाया गया। 

मेडिकल से खुद भाग गए ग्रामीण
बताया जाता हैकि कुछ बीमार ग्रामीणों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। यहां हड़ताल के कारण किसी ने यह तक जानने की कोशिश नहीं की कि ग्रामीणों को हुआ क्या है। यही कारण है कि बीमार  ग्रामीण उल्टे पैर भाग खड़े हुए।

Created On :   21 July 2018 1:21 PM IST

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