पूरे साल तो पढ़ाई हुई नहीं... शेष बचे ढाई महीनों में ही इस तरह पढ़ाओ कि बेहतर आए परिणाम

पूरे साल तो पढ़ाई हुई नहीं... शेष बचे ढाई महीनों में ही इस तरह पढ़ाओ कि बेहतर आए परिणाम
पूरे साल तो पढ़ाई हुई नहीं... शेष बचे ढाई महीनों में ही इस तरह पढ़ाओ कि बेहतर आए परिणाम

डिजिटल डेस्क जबलपुर । पहले बोर्ड की परीक्षाएँ नए पैटर्न से होनी थी, जिसकी तैयारियाँ विद्यार्थियों ने तकरीबन दो माह की। अब अचानक से माशिमं का आदेश आया है कि परीक्षाएँ पुराने पैटर्न पर ही कराई जाएँ। कोरोना के चलते पूरे साल स्कूलों में अध्यापन कार्य नहीं हुआ है। अब परीक्षाओं को तकरीबन ढाई महीना ही शेष रह गया है। इन ढाई महीनों में पूरे साल की कसर पूरी करनी है और इस तरह अध्यापन कराना है कि बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम बेहतर आ सके। ये सारी बातें मॉडल हाईस्कूल के सभागार में आयोजित प्राचार्यों की बैठक में जेडी राजेश तिवारी व डीईओ घनश्याम सोनी ने कहीं। डीईओ ने बताया कि गत दिनों मॉडल स्कूल में शिक्षकों के उन्मुखीकरण के लिए एक कार्यक्रम रखा गया था। जहाँ मास्टर ट्रेनर तैयार किए गए हैं। इस दौरान शिक्षकों को परीक्षा परिणाम बेहतर बनाने की कार्ययोजना समझाई गई थी, उन्हें टिप्स दिए गए। बैठक में मौजूद 195 स्कूलों के प्राचार्यों व 7 विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियों को बताया गया कि वे उन मास्टर ट्रेनर्स के साथ सहयोगात्मक रवैया अपनाएँ। उन्हें वे सभी संसाधन व जरूरत की सामग्रियाँ उपलब्ध कराएँ जो विद्यार्थियों के अध्यापन के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। इसके अलावा बैठक में विस से पूछे गए उत्तरों के जवाब समय पर देने, विद्यार्थियों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति आदि पर चर्चा हुई।


 

Created On :   10 Feb 2021 2:28 PM IST

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