'स्मार्ट' सतना की 'गंदी' तस्वीर, रेलवे स्टेशन पर नहीं होती सफाई

Dirt at Satna railway station even after spending 9 lakhs every month
'स्मार्ट' सतना की 'गंदी' तस्वीर, रेलवे स्टेशन पर नहीं होती सफाई
'स्मार्ट' सतना की 'गंदी' तस्वीर, रेलवे स्टेशन पर नहीं होती सफाई

डिजिटल डेस्क,सतना। स्मार्ट सिटी की रेस में अपना स्थान बना चुके सतना में स्मार्ट जैसा कुछ नजर नहीं आ रहा है। इसके पीछे का कारण है मुंबई-हावड़ा ट्रैक पर स्थित सतना रेलवे जक्शन पर फैली गंदगी।यहां की सफाई के लिए भले ही रेलवे हर माह लाखों रूपए खर्च कर रहा है, इसके बाबजूद स्टेशन परिसर में गंदगी से यात्रियों को निजात नहीं मिल पा रही है। 

गौरतलब है कि रेलवे अधिकारी निरीक्षण के दौरान हर बार गंदगी को लेकर स्थानीय प्रबंधन और सफाई ठेकेदार को फटकार लगाते हैं। इसके बाबजूद यहां की सफाई व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। बताया जा रहा है कि सतना रेलवे स्टेशन परिसर की सफाई का ठेका प्रतिमाह 9 लाख 4 हजार रूपए में जबलपुर की कंपनी SH सर्विस प्रोवाइडर को अक्टूबर 2016 से मिला हुआ है। 

सबसे अधिक खर्च नतीजा सिफर
जबलपुर मंडल में एकलौता रेलवे स्टेशन है, जहां पर एकीकृत सफाई व्यवस्था लागू की गई है। बताया जा रहा है कि यहां की सफाई सभी स्टेशनों की अपेक्षा अच्छी होनी चाहिए।  जिस तरह से रेलवे ने सतना स्टेशन की सफाई के नाम पर लाखों रूपए खर्च किए हैं, उस हिसाब से स्टेशन परिसर की सफाई नहीं की जा रही है। पिछले सफाई ठेके की अपेक्षा ढाई गुना ठेके की राशि में बढ़ोत्तरी करते हुए सफाई कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ा दी गई। इसके बाबजूद व्यवस्थाएं जस की तस बनी हुई। 

पेनाल्टी का भी असर नहीं
स्टेशन परिसर की सफाई से व्यवस्था से संतुष्ट नहीं होने से हर माह रेलवे अधिकारियों ने 80 हजार से 1 लाख रूपए तक की पेनाल्टी लगाई है, लेकिन ठेकेदार पर पेनाल्टी पर असर नहीं पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि स्टेशन परिसर में कभी कभार जेट मशीनों को रेलवे अधिकारियों के दौरे पर ही चलाई जाती है। उनके जाने के बाद स्टेशन परिसर की सफाई व्यवस्था पुराने ढर्रे पर आ जाती है।

Created On :   3 Oct 2017 8:21 AM IST

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