जिला कलेक्टर की मौजूदगी में बजता रहा डीजे और छात्र देते रहे परीक्षा

DJ was ringing and students giving exams  in  presence of district collector
जिला कलेक्टर की मौजूदगी में बजता रहा डीजे और छात्र देते रहे परीक्षा
जिला कलेक्टर की मौजूदगी में बजता रहा डीजे और छात्र देते रहे परीक्षा

डिजिटल डेस्क लखनादौन । स्कूल में एक ओर पेपर चल रहे हों और दूसरी ओर डीजे का शोर हो रहा हो ऐसे में बच्चों ने किस तरह पेपर दिया होगा इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है लेकिन लखनादौन के शासकीय उत्कृष्ट स्कूल में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। उस पर भी कमाल यह कि जिला कलेक्टर सहित दूसरे आला अधिकारी भी वहां पर मौजूद थे।  सोमवार को लखनादौन के शासकीय उत्कृष्ट स्कूल के प्रांगण में अंत्योदय मेले का आयोजन रखा गया था। इसमें ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग किया गया था। ठीक इसी समय स्कूल में ग्यारहवी कक्षा के छात्रों की वार्षिक परीक्षाएं जारी थीं। ध्वनि विस्तारकों के शोर के बीच किसी तरह छात्रों ने अपनी वार्षिक परीक्षा दी। छात्र किस तरह से परीक्षा दे पाए होंगे यह किसी से छिपा नहीं है। छात्रों ने इस बात की शिकायत परीक्षा के दौरान कक्ष में परीक्षा ले रहे शिक्षकों से की लेकिन उन्हें शांतिपूर्वक परीक्षा देने की सलाह दी गई। 
जब इस संबंध में उत्कृष्ट विद्यालय लखनादौन के प्राचार्य अर्जन सिंह गौर से पूछा गया तो उन्होने भी पल्ला झाडते हुये कहा कि इस मेले व सांउड सिस्टम से बच्चों को कोई फर्क नही पडा। वहीं दूसरी और छात्र/छात्राओं ने प्राचार्य से शिकायत करते हुए कहा कि सांउड सिस्टम से पेपर देने मे व्यवधान उत्पन्न हो रहा है बावजूद भी डीजे का सांउड कम नहीं कराया गया। इस तरह से आनन-फानन में छात्र/छात्राओं ने परीक्षा दी। फिर उसके बाद जब एसडीएम से इस बारे पूछा गया तो उन्होंने भी उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य पर ठीकरा फोड़ते हूए कहा कि हमेशा से इसी प्रांगण में मेले का आयोजन किया जाता रहा है। फिर भी यदि जब परीक्षा का समय निर्धारित था तो प्राचार्य को अवगत कराना था।  यह उनकी बहुत बडी लापरवाही है, उनको  बताना चाहिए थी कि जब तीन दिन से इस मेले का कार्यक्रम की तैयारी उनके ही सामने चल रही है फिर भी टाला-मटोली वाला जबाब दे रहे हैं तो इसकी उचित जांच कराई जाएगी। भले इस मामले में जांच हो और दोषी कोई भी निकले लेकिन बच्चों के भविष्य के साथ जो खिलवाड़ हुआ उसकी जवाबदारी किसकी होगी।
इनका कहना है
 इसी प्रांगण में मेले का आयोजन किया जाता रहा है, फिर भी यदि जब परीक्षा का समय निर्धारित था तो प्राचार्य को अवगत कराना था। यह उनकी बहुत बड़ी लापरवाही है। जब तीन दिन से इस मेले की तैयारी उनके ही सामने ही जारी थी तो बताना था। मामले की उचित जांच कराई जाएगी।
अंकुर मेश्राम, एसडीएम लखनादौन
बच्चों को इस मेले व सांउड सिस्टम से कोई फर्क नहीं पडा, और यदि इस संबंध में कुछ भी कलेक्टर द्वारा पूछा जायेगा तो मै कलेक्टर को ही जबाब दूगा।
अर्जन सिंह गौर, प्राचार्य, उत्कृष्ट विद्यालय लखनादौन

Created On :   27 Feb 2018 2:35 PM IST

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