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बच्चे के जैविक माता-पिता का पता लगाने DNA टेस्ट के आदेश

डिजिटल डेस्क सतना। ज्यादती की शिकार नाबालिग के बच्चे के जैविक माता-पिता की पहचान सुनिश्चित करने के लिए न्यायालय ने सिटी कोतवाली पुलिस को डीएनए टेस्ट कराने के निर्देश दिए थे जिसके तहत जांच अधिकारी सियादुलारी मिश्रा शुक्रवार को 16 वर्षीय पीडि़ता और उसके 1 माह के बेटे को जिला अस्पताल ले आए। वहां पर एफएसएल कार्यालय के अनिल विश्वकर्मा और जिला अस्पताल के जांच केन्द्र प्रभारी डॉ. सीएम तिवारी की मौजूदगी में दोनों के खून के नमूने लिए गए। फरवरी 2017 में 16 वर्षीय नाबालिग कोतवाली क्षेत्र से लापता हो गई थी, जिसके परिजन की शिकायत की थी । इससे पूर्व जेल में बंद आरोपी अशोक कुशवाहा पुत्र बेनी माधव निवासी बारापत्थर थाना नागौद के खून का नमूना जिला अस्पताल में ही एकत्र कर कोतवाली पुलिस को सौंपा गया। तीनों के रक्त नमूने लेकर एक आरक्षक को फॉरेंसिक लैब सागर रवाना कर दिया गया है।
क्या है मामला
गौरतलब है कि फरवरी 2017 में 16 वर्षीय नाबालिग कोतवाली क्षेत्र से लापता हो गई थी, जिसके परिजन की शिकायत पर अपराध क्रमांक 129/17 धारा 363 आईपीसी कायम कर जांच की गई। काफी कोशिशों के बाद 17 सितम्बर को पुलिस ने नाबालिग को खोज निकाला। तब उसने अपने बयान में अशोक कुशवाहा पर शादी का झांसा देकर अगवा करते हुए हवस का शिकार बनाने का आरोप लगाया। जिस पर आईपीसी की धारा 366, 376 व पास्को एक्ट 2012 की धारा 3/4 बढ़ा दी गई। साथ ही आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया गया। इस बीच नवम्बर महीने में पीडि़ता ने एक बच्चे को जन्म दिया जिसकी आयु एक माह होते ही पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए सेम्पल ले लिया।आरोपी अशोक कुशवाहा पुत्र बेनी माधव निवासी बारापत्थर थाना नागौद के खून का नमूना जिला अस्पताल में ही एकत्र कर कोतवाली पुलिस को सौंपा गया। तीनों के रक्त नमूने लेकर एक आरक्षक को फॉरेंसिक लैब सागर रवाना कर दिया गया है।
Created On :   11 Dec 2017 12:38 PM IST