डीएनए टेस्ट से पता चला चोरी के नहीं हैं बच्चे, पुलिस ने दंपति की कराई जांच

DNA tests reveal children not being stolen, couple interrogated by police
डीएनए टेस्ट से पता चला चोरी के नहीं हैं बच्चे, पुलिस ने दंपति की कराई जांच
डीएनए टेस्ट से पता चला चोरी के नहीं हैं बच्चे, पुलिस ने दंपति की कराई जांच

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ठाणे के सिविल अस्पताल से बच्चा चोरी के मामले में गिरफ्तार जिस महिला के पास से पांच और बच्चे मिले थे वे बच्चे उसी के हैं। ठाणे पुलिस द्वारा कराए गए डीएनए जांच में इस बात की पुष्टि हुई है। पुलिस को शक था कि बच्चे भी चोरी किए गए हो सकते हैं लेकिन मंगलवार को आई डीएनए रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि पांचों बच्चे आरोपी महिला गुड़िया राजभर के ही हैं।
 

नवजात जन्म के चार घंटे बाद ही चोरी

ठाणे के सरकारी अस्पताल से चार घंटे के बच्चे की चोरी की घटना सामने आई है। महिला ने शनिवार रात ग्यारह बजे बच्चे को जन्म दिया था और रविवार सुबह तीन बजे वह चोरी हो गया था। परिवार के हंगामे के बाद ठाणे पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। वारदात विठ्ठल सायन्ना जिला सरकारी अस्पताल में हुई। भिवंडी के आदिवासी पाडा की रहने वाली मोहिनी मोहन भोवर (19) को शनिवार रात प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल लाया गया था। आसपास खोजने के बाद भी जब बच्चा या उसे अपने साथ ले जाने वाली महिला नहीं दिखी तो मोहिनी के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया था। इसके बाद अस्पताल की ओर से मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। नगर पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। अस्पताल और आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए बच्चा चुराने वाली महिला की पहचान करने की कोशिश की थी। 


पुलिस ने कराया था डीएनए टेस्ट

आशंका थी कि बच्चे चोरी के हो सकते हैं। इसीलिए पुलिस ने डीएनए टेस्ट कराया था लेकिन जांच रिपोर्ट आने के बाद साफ हो गया कि बच्चे राजभर दंपति के ही हैं। पूछताछ में गुड़िया ने पुलिस को बताया कि उसने बच्चा श्रीवास्तव के लिए चोरी किया था। उसकी अपनी संतान नहीं थी वह ठाणे के सिविल अस्पताल पर नजर रखे हुए था और उसी ने गुड़िया को बच्चे की जानकारी दी थी।

Created On :   25 Jan 2018 12:12 AM IST

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