- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- बच्चा चोरी कर निसंतान दंपति को...
बच्चा चोरी कर निसंतान दंपति को बेचने वाला डॉक्टर गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर के जुहू इलाके से एक चार महीने के बच्चे को अगवा कर निसंतान दंपति को बेचने के आरोप में पुलिस ने एक डॉक्टर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बच्चे को पुलिस ने तेलंगाना से बरामद कर लिया है जहां उसे चार लाख रुपए में बेंचा गया था। बच्चे के माता-पिता ने पिछले सप्ताह ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर छानबीन के लिए कई टीमें बनाई थी। सीनियर इंस्पेक्टर पंढरीनाथ वाव्हाल ने बताया कि मामले गिरफ्तार आरोपी डॉक्टर नशीरुद्दीन बशीरुद्दीन तेलंगाना का रहने वाला है। उसके पास एक दंपति इलाज के लिए आता था जो बच्चा न होने के चलते परेशान था। डॉक्टर ने दंपति को भरोसा दिलाया कि वह चार-पांच लाख रुपए में उन्हें एक बच्चा गोंद दिला देगा। दंपति ने सहमति जताई तो आरोपी डॉक्टर ने मुंबई में रहने वाले अपने जान पहचान के शख्स महेश दिट्टी से एक बच्चा चोरी करने को कहा और इसके बदले मोटी रकम देने का वादा किया। महेश ने अपने ऑटोरिक्शा ड्राइवर दोस्त को इस साजिश में शामिल किया। दोनों ने एक झुग्गी बस्ती में रहने वाले और खुले में सोने वाले गरीब परिवार के बच्चे की अपहरण की साजिश रची। आरोपियों ने बच्चे की पहचान की और फिर सो रहे माता-पिता के बीच से बच्चे को अगवा कर लिया। आरोपी ऑटोरिक्शा से बच्चे को लेकर भागे और बाद में निजी टैक्सी से तेलंगाना ले जाकर बच्चे को आरोपी डॉक्टर को सौंप दिया। शिकायत मिलने के बाद जुहू पुलिस ने मामले को काफी गंभीरता से लिया। पूरे इलाके के सीसीटीवी खंगाले गए। इसमें बच्चा लेकर जाता कोई शख्स तो नहीं दिखा लेकिन एक ऑटोरिक्शा आसपास के इलाके में वारदात की रात संदिग्ध रूप से घूमता नजर आया लेकिन उसकी नंबर प्लेट साफ नहीं थी।
सहायक पुलिस निरीक्षक हरिभाऊ बिराजराद ने काफी मशक्कत के बाद इलाके में रात में ऑटो चलाने वाले करीब 140 ड्राइवरों के बारे में जानकारी इकठ्ठा की और एक-एक से पूछताछ शुरू की। इसी दौरान वे एक आरोपी रमेश तक पहुंच गए। कड़ाई से पूछताछ के बाद उसने रमेश के साथ बच्चा चोरी की बात स्वीकार करते हुए बताया कि बच्चे को उन्होंने तेलंगाना के एक डॉक्टर को बेंच दिया है। इसके बाद तेलंगाना पहुंची पुलिस की टीम ने दंपति से बच्चा बरामद कर लिया और आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी डॉक्टर ने दंपति से झूठ बोला था और दावा किया था कि बच्चा कानूनी रूप से उसके माता-पिता से गोंद लिया गया है और इससे जुड़ी प्रक्रिया जल्द पूरी करा देगा। दंपति ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है इसलिए उसने डॉक्टर पर भरोसा कर लिया। दंपत्ति ने डॉक्टर को चार लाख रुपए दिए थे जिसमें से डॉक्टर ने ढाई लाख रुपए महेश और रमेश को दिए थे और बाकी पैसे खुद रख लिए। आरोपियों के खिलाफ अपहरण की साजिश रचने और मानव तस्करी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।
Created On :   17 Nov 2020 9:09 PM IST