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कचरे से बजबजा रहीं नालियाँ, नहीं हुई सफाई, जनता की बढ़ीं मुसीबतें
नगर निगम ने किया था 800 कर्मचारियों को लगाकर नालियों की सफाई का दावा, गंदगी के कारण बढ़ी मच्छरों की तादाद, संक्रमण का खतरा
डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना के साये में नगर निगम ने नालियों की बेहतर सफाई नहीं कराई, जिसका खामियाजा अब शहर की जनता भुगत रही है। मच्छरों की भरमार ही बता रही है कि नालियों में गंदगी भरी हुई है। जहाँ मच्छरों की बम्पर पैदावार हो रही है। ये मच्छर लोगों को बीमार कर रहे हैं और जरा सी बारिश में ही नालियों का गंदा पानी घरों के आसपास भर रहा है जिससे लोगों को संक्रामक बीमारियाँ ग्रसित कर रही हैं। पूर्व में निगम बारिश के पहले करीब 3 माह तक नाला सफाई गैंग के जरिए नालों और नालियों की सफाई करवाता था लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ और जनता भी निगम की कार्यप्रणाली से खुश नहीं है, बल्कि लोगों का कहना है कि जहाँ एप्रोच लगती है वहीं नालियों की सफाई होती है।
नगर निगम पर 264 वर्ग किलोमीटर में फैले शहर की सफाई का जिम्मा है और इसके लिए निगम के पास कर्मचारियों की भारी भरकम फौज भी है, लेकिन सही तरीके से योजना न बना पाने और सही मॉनीटरिंग न होने से नालियों की सफाई का कार्य कभी हो ही नहीं पाता। हालाँकि अभी भी बारिश रुकी हुई है और यदि निगम जोर देकर नालियों की सफाई करवा दे तो लोगों को राहत मिल सकती है। आम नागरिकों का दावा है कि इस बार नालियों से मलबा निकाला ही नहीं गया, जिससे उनमें निस्तारी पानी के साथ ही गंदगी भरी हुई है और उन्हीं में मच्छर पैदा हो रहे हैं।
हर वार्ड से लिए 10 कर्मचारी - निगम अधिकारियों का दावा है कि इस बार कोरोना लॉकडाउन के कारण नाला सफाई गैंग नहीं लगाई गई, बल्कि हर वार्ड से 10 पुरुष कर्मचारियों को लेकर नालों और नालियों की सफाई कराई गई। सघन आबादी से लेकर कॉलोनियों में भी नालियों को साफ कराया गया और मलबा भी उठवाया गया।
बिना बुलाए नहीं आते हैं कर्मचारी - आम लोगों का कहना है कि नालियों की सफाई तो छोडि़ए झाड़ू लगवाने के लिए भी एप्रोच लगवानी पड़ती है। नालियों की सफाई भी केवल उन्हीं क्षेत्रों में हुई होगी जहाँ कोई नेता रहता है या फिर बड़ा अधिकारी, जबकि निगम कर्मचारियों को तो बिना बुलाए ही आना चाहिए। जयप्रकाश नगर अधारताल, शांति नगर, शिवनगर और स्टेट बैंक कॉलोनी के रहवासियों का कहना है कि निगम के कर्मचारी आए भी तो केवल कुछ नालियों को साफ करके चले गए, जिससे समस्या ज्यों की त्यों है।
मलबा छोड़ गए - शहर के कई क्षेत्रों में निगम कर्मचारियों ने नालियों से मलबा निकाला और बाहर छोड़ दिया। लोग सोचे कि मलबा सूखने पर उठाया जाएगा लेकिन ऐसा हुआ ही नहीं और जैसे ही बारिश का पहला झला आया गंदगी फिर से नालियों में चली गई। मलबा छोड़ देने की यह समस्या हमेशा ही निगम को कठघरे में खड़ी करती है।
Created On :   1 July 2021 4:26 PM IST