डुमना फोरलेन - 27 मीटर के बदले 15 मीटर चौड़ी बनेगी सड़क वाइल्ड लाइफ के लिए भी होंगे 11 अंडर पास

Dumna Fourlane - instead of 27 meters, 15 meters wide road will be made for wildlife, 11 under passes
डुमना फोरलेन - 27 मीटर के बदले 15 मीटर चौड़ी बनेगी सड़क वाइल्ड लाइफ के लिए भी होंगे 11 अंडर पास
डुमना फोरलेन - 27 मीटर के बदले 15 मीटर चौड़ी बनेगी सड़क वाइल्ड लाइफ के लिए भी होंगे 11 अंडर पास

नई डीपीआर बनाकर बुलाए जाएँगे टेंडर, महाधिवक्ता ने कहा- सरकार ने लिया कोर्ट मित्र की सिफारिश को मानने का निर्णय
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
रादुविवि से डुमना एयरपोर्ट के बीच बन रही फोरलेन के स्वरूप को बदलने के लिए सरकार तैयार हो गई है। मप्र हाईकोर्ट में बुधवार को महाधिवक्ता पुरूषेन्द्र कौरव ने जानकारी दी है कि राज्य सरकार ने न्याय मित्र अधिवक्ता अंशुमन सिंह की सिफारिश को सैद्धांतिक तौर पर स्वीकार करने का निर्णय लिया है। अब डुमना फोरलेन रोड 15 मीटर की बनाई जाएगी। न्याय मित्र के सुझाव के अनुसार वन्य प्राणियों के सुरक्षित निकलने के लिए 11 अंडर पास बनाए जाएंगे। पहले रादुविवि से डुमना नेचर पार्क तक 15 मीटर और डुमना नेचर पार्क से एयरपोर्ट तक 27 मीटर की रोड बनाई जा रही थी। इसके लिए नए सिरे से डीपीआर तैयार कर टेंडर बुलाया जाएगा। चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक और जस्टिस बीके श्रीवास्तव की डिवीजन बैंच ने मामले की सुनवाई चार सप्ताह के बाद निर्धारित की है। 
यह है मामला 
मदनमहल निवासी पर्यावरणविद निकिता खंपरिया की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि रादुविवि से डुमना एयरपोर्ट तक फोरलेन रोड का निर्माण किया जा रहा है। फोरलेन सड़क के लिए अभी तक 300 से अधिक पेड़ काटे जा चुके हैं। अधिवक्ता श्रेयस पंडित ने तर्क दिया कि पेड़ों को काटने के लिए विधिवत अनुमति नहीं ली गई है। हाईकोर्ट ने इस मामले में  वन विभाग, उद्यानिकी विभाग, नगर निगम और जिला प्रशासन तथा न्याय मित्र अंशुमन सिंह की समिति गठित की थी। समिति को फोरलेन रोड का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया था।  
दोनों तरफ फेंसिंग से कवर्ड होगी रोड 
रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि फोरलेन रोड के दोनों तरफ फेंसिंग लगाई जाए, ताकि वन्य प्राणी और पालतू जानवर रोड पर न आ सकें। फेंसिंग के बाद पौधा रोपण किया जाए। पौधा रोपण के बाद साइकिल ट्रैक और फुटपाथ बनाया जाए। 
20 हजार पौधे लगाने की सिफारिश 
रिपोर्ट में कहा गया है कि फोरलेन रोड के दोनों तरफ 20 हजार पौधे लगाए जाएँ। पौधों की देख-रेख और संरक्षण की जिम्मेदारी रोड बनाने वाले ठेकेदार को सौंपी जाए। ठेकेदार 8 साल तक पौधों की देखरेख करेगा। इसे टेंडर का हिस्सा बनाया जाएगा।
700 पेड़ कटने से बचेंगे न्याय मित्र अधिवक्ता अंशुमन सिंह ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि रादुविवि से डुमना नेचर पार्क तक फोरलेन रोड का पहला हिस्सा 15 मीटर का है। यहाँ पर दोनों तरफ रोड 7-7 मीटर और बीच में एक मीटर का डिवाइडर है। वहीं डुमना नेचर पार्क से डुमना एयरपोर्ट तक रोड की चौड़ाई 27 मीटर है। यहाँ पर रोड से लगकर साइकिल ट्रैक और फुटपाथ भी बनाया जाएगा। रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि डुमना नेचर पार्क से एयरपोर्ट तक रोड 15 मीटर बनाई जाती है तो 700 पेड़ों को कटने से बचाया जा सकता है। 
 

Created On :   1 July 2021 2:46 PM IST

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