प्रदेश भर में मेन्टेनेंस के नाम पर करोड़ों फूंके फिर भी फाल्ट से नहीं मिल रही निजात

Electric fault problem persisted even after spending crore rupees
प्रदेश भर में मेन्टेनेंस के नाम पर करोड़ों फूंके फिर भी फाल्ट से नहीं मिल रही निजात
प्रदेश भर में मेन्टेनेंस के नाम पर करोड़ों फूंके फिर भी फाल्ट से नहीं मिल रही निजात

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। बिजली के हालात सुधरने की बजाय बिगड़ते ही जा रहे हैं। पूरे प्रदेश में मेन्टेनेंस के नाम पर करोड़ों रुपए फूंकने का जो खेल खेला गया, वहीं भी गर्मी में फाल्ट, ट्रिपिंग और उपकरण खराब होने जैसे मामलों से उजागर हो रहा हैं। लाइनों में फाल्ट आने से लेकर ट्रांसफार्मर खराब होना, इंसुलेटर, डिओ बर्स्ट होना तो जैसे आम बात हो गई हैं। बिजली आपूर्ति को लेकर अधिकारियों को सस्पेंड कराने तक का दबाव बनाने वाले जनप्रतिनिधियों का गुस्सा अब नजर नहीं आ रहा हैं। सरकार के खौफ से बेपरवाह अधिकारियों में भी डर समाप्त होता नजर आ रहा हैं। जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा हैं। विगत दिवस कटनी नगर निगम कार्यालय के सामने ट्रांसफार्मर की केबल जलने से दहशत फैल गई थी।

मैहर के कटिया क्षेत्र में ट्रांसफार्मर से गलत कनेक्शन से देने से घरों के बिजली उपकरण खराब हो गए। सतना में तो ट्रांसफार्मर फ्यूज होना आम बात हो गई है। जबलपुर के रांझी क्षेत्र में तो चार घंटे दो लाख की आबादी गर्मी में झुलस गई। मगर नौसिखिया अधिकारी फाल्ट ही ढूंढते रह गए। इन सब के बाद भी सरकार और अधिकारियों दोनों की चुप्पी रहस्यमय बनीं हुई हैं।

दो 2 बजे से शाम 6 बजे तक फाल्ट ही ढूंढते रहे अधिकारी
गुरूवार की दोपहर करीब दो लाख की आबादी भरी दोपहरी गर्मी में तड़पती रहीं और अधिकारी चार घंटे तक फाल्ट ही ढूंढते रह गए। जबलपुर का दो लाख से अधिक की आबादी वाला क्षेत्र रांझी क्षेत्र का मुख्य बाजार एरिया, नरसिंह नगर, बड़ा पत्थर, सर्रा पीपल, बजरंग नगर, तुलसी नगर, जेडीए सहित आसपास की जनता को चार घंटे से अधिक समय गर्मी में गुजारने पड़ गए।

लाइटिंग अरेस्टर हुआ था खराब
गुरूवार को रांझी में जब बिजली सप्लाई बंद हुई तो हाहाकार की स्थिति निर्मित हो गई। दोपहर 2 बजे बिजली गुल होने के करीब आधा आंधे घंटे तक तो लोगों ने इंतजार किया शायद सुधार हो जाएगा। जब सुधार नहीं हुआ तो बिजली दफ्तर से लेकर अधिकारियों को फोन लगाकर हालात जानना चाहे सभी जगह से एक ही जबाव मिला कि फाल्ट ढूंढ रहे हैं, फाल्ट मिलते ही सुधार हो जाएगा। इसके बाद कुछ देर और लोगों ने इंतजार किया फिर एक घंटे बाद लोगों के सब्र का बांध टूट गया। रांझी कार्यालय में की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान अधिकारी फील्ड में विद्युत लाइनों के नीचे पेट्रोलिंग कर फाल्ट ढूंढते रहे।

शाम 6 बजे रांझी सेंट जोसफ स्कूल के पास लगे ट्रांसफार्मर का लाइटिंग अरेस्टर खराब होना पाया गया। इस जरा से फाल्ट को ढूंढने मात्र में इन अधिकारियों को चार घंटे लग गए। बच्चों से लेकर बुजुर्गों की तबियत बिगड़ी इस भीषण गर्मी में एक ओर तापमान आसमान छूने आतुर है। ऐसे में बिजली सप्लाई बंद होने से क्या हालात पैदा होते हैं। इसका उदाहरण रांझी क्षेत्र में देखने को मिला, जहां सबसे ज्यादा बच्चों और बुजुर्गो को तड़पते और बैचेन देखा गया। इस दौरान कई लोगों की तबियत तक बिगड़ गई।

एक माह पेट्रोलिंग की कवायद भी बेकार
एक माह पहले आपरेशन विंग द्वारा बड़े ही तामझाम से पेट्रोलिंग कराई गई थी। पूरे प्रदेश में पेट्रोलिंग कराने का दावा किया गया। जिसमें बताया गया कि विद्युत लाइनों, ट्रांसफार्मर फ्यूज, इंसुलेटर, डिओ सहित अन्य उपकरणों की जांच कर ली गई हैं। विद्युत लाइनों के आसपास से टहनियों की छंटाई कर ली गई हैं। अब फाल्ट और ट्रिपिंग की समस्या से निजात मिल सकेगी। जानकारों का कहना है कि आपरेशन विंग के एसी चेंबर में बैठकर महज आदेश देने से फील्ड की कितनी व्यवस्था सुधरती है। इस बात का अंदाजा प्रदेश भर हो रहे फाल्ट और ट्रिपिंग से लगाया जा सकता हैं।
 

Created On :   10 May 2019 1:24 PM IST

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