नागपुर की 28 बस्तियों से करोड़ों की बिजली चोरी, कार्रवाई के बाद हालात नहीं सुधर रहे

Electricity theft of crores of from 28 slums of the Nagpur city
नागपुर की 28 बस्तियों से करोड़ों की बिजली चोरी, कार्रवाई के बाद हालात नहीं सुधर रहे
नागपुर की 28 बस्तियों से करोड़ों की बिजली चोरी, कार्रवाई के बाद हालात नहीं सुधर रहे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गर्मी के दिनों में पानी और बिजली मुख्य समस्या बन जाती है। इसकी मुख्य वजह लगातार बिजली चोरी भी है। पांचपावली में लोग बेखौफ होकर बिजली चोरी कर रहे हैं। कार्रवाई का भी इन पर कोई असर नहीं हो रहा है। नीचे कई लोगों ने कब्जा कर अपनी दुकानें और घर बना लिए हैं। सभी जगह डायरेक्ट लाइन पर ‘हुक’ डाल कर बिजली चोरी की जा रही है। कई बार कार्रवाई हाेने के बाद भी लोग फिर से वायर डाल लेते हैं। इसी से इनकी हिम्मत और बढ़ गई है। लोग निडर होकर बिजली चाेरी करने लगे हैं। 

यहां हो रही चोरी
पांचपावली, मोमिनपुरा, संजीवनी क्वार्टर, ताजबाग, लश्करी बाग, नंदनवन झोपड़पट्टी, बिनाकी शांति नगर, भालदरपुरा (गांधीबाग), इतवारी, नाइक तालाब, कलमना, वंजारा, गिट्टी खदान, जाफर नगर, रामबाग कालोनी, मानकापुर ताजनगर, नई बस्ती, टेका नाका, फारूक नगर, हबीब नगर, सतरंजीपुरा, आसीनगर, अंसार नगर, ठक्कर ग्राम, खल्लासी लाइन्स, डोबी, कामगार नगर क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिजली चोरी की जाती है। पिछले वर्ष पांचपावली क्षेत्र में 17 बार कार्रवाई की गई। कई लोग रात में 10 बजे चोरी के लिए ‘हुक’ डाल देते हैं और सुबह जल्दी निकाल देते हैं। इससे भी कई लोग पकड़ में नहीं आते। यदि आस-पास के लोग भी सहयोग करें, तो कार्रवाई और तेजी से हो सकती है।

 16% नुकसान बिजली चाेरी से
बिजली चोरी से हर माह 16 प्रतिशत नुकसान बिजली वितरण कंपनी को हो रहा है। पिछले वर्ष मई-जून माह में यह नुकसान 14 प्रतिशत था। नवंबर माह तक नुकसान 12.5 प्रतिशत रहता है, जिसमें टेक्निकल समस्या भी होती है, लेकिन समर इफेक्ट में बहुत बढ़ जाता है, क्योंकि गर्मी के मौसम में बिजली का उपयोग ज्यादा होता है। इसलिए लाेग बिजली चोरी करने लगते हैं, लेकिन इस वर्ष इसमें और बढ़ोतरी हो गई है। कई बस्तियों में लगातार बिजली चोरी की जा रही है। कई बार शिकायत होने पर कार्रवाई की जाती है। कार्रवाई के बाद लोग फिर से ‘हुक’ डाल कर बिजली चोरी करने लग जाते हैं। हर डीपी पर एक मीटर लगा रहता है और सभी के घर में मीटर लगा रहता है, जिसका कैल्कुलेशन हाेता है। यदि सभी मीटर का केल्कुलेशन और डीपी का केल्कुलेशन मैच नहीं होता तो समझ में आ जाता है कि बिजली चोरी हुई है। 

अवैध रूप से रह रहे लोग
पांचपावली पुलिया के पास में कई घर बने हुए हैं। ज्यादातर घरों में लोगों ने हुकिंग कर यानी वायर का हुक बना कर मेन लाइन पर डाल रखे हैं, जिससे सीधे बिजली मिल जाती है। इस बिजली की कोई बिलिंग नहीं हो पाती, क्योंकि कानूनी रूप से ट्रांसफार्मर से कनेक्शन लेकर बिजली ली जाती है और बिलिंग के लिए मीटर भी लगाया जाता है, लेकिन इस क्षेत्र में लोग अपनी दुकान और घरों के लिए बिना अनुमति के बिजली ले रहे हैं। यहां पर लोगों ने पुलिया के नीचे अवैध रूप से शेड लगाकर घर और दुकानें बना ली हैं।

बिजली चोरी करना आसान
ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां लोग 200 से 300 रुपए का वायर खरीदकर ‘हुक’ तार पर डाल रहे हैं, जो साफ नजर आ रहे हैं। इन पर कार्रवाई हाेने या किसी की नजर में आने का डर भी खत्म हो गया है। यह अपनी दुकान भी इसी से संचालित कर रहे हैं। इसमें झोपड़पट्टी और छोटे मकान वाले अधिक लोग हैं। पांचपावली पुल के ऊपर से मेन लाइन पर डाले गए ‘हुक’ साफ नजर आते हैं। यहां पर करीब 15 से 20 घर और दुकानें खुलकर बिजली चोरी कर रहे हैं।

 

Created On :   13 April 2019 8:42 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story